मप्र में मिला कोरोना का एक और मरीज, नॉर्वे से जबलपुर आई महिला निकली पॉजिटिव

– एक सप्ताह में मध्य प्रदेश में कोरोना का तीसरा मामला, इंदौर में मिल चुके हैं दो संक्रमित

भोपाल, 20 दिसंबर (हि.स.)। मध्यप्रदेश में कोरोना का एक और मामला सामने आया है। नॉर्वे से जबलपुर आई महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। इससे पहले इंदौर में कोरोना के दो मरीज मिल चुके हैं। एक सप्ताह के अंदर में प्रदेश में कोरोना का यह तीसरा मामला है। हालांकि, अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये तीनों कोरोना के नए जेएन.1 सब वैरिएंट से संक्रमित हैं, तीनों के सेम्पल जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं।

नार्वे से आई 69 वर्षीय वृद्धा ने मंगलवार को जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल में जांच कराई थी। लक्षण के आधार पर चिकित्सकों ने कोरोना जांच की सलाह दी थी। मेडिकल के वायरोलाजी लैब में सैंपल की जांच कराई गई, जिसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। मेडिकल की लैब से बुधवार को रिपोर्ट जारी होने के बाद स्वास्थ्य अधिकारी हरकत में आए और महिला की तलाश शुरू की।

जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि मेडिकल में परीक्षण के दौरान महिला ने जो पता लिखवाया था, वह उस पर नहीं मिली। साथ ही जो मोबाइल नंबर दिया था, उस पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। मेडिकल से रिपोर्ट का पता चलते ही स्वास्थ्य अमला वृद्धा की तलाश में जुट गया, ताकि उसे आइलोशन में रखते हुए संपर्क में आए लोगों को सतर्क किया जा सके।

डॉ. मिश्रा ने जिले के सभी शासकीय व निजी अस्पतालों को निर्देश जारी किए हैं कि कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की सूचना बिना देर किए स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। इतना ही नहीं कोरोना के लक्षण मिलने पर आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए।

इधर, कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए मेडिकल कालेज अस्पताल के पेईंग वार्ड को पुन: कोविड वार्ड में तब्दील किया गया है। कोरोना के मरीजों को फिलहाल पेईंग वार्ड में भर्ती करने की तैयारी की गई है। मेडिकल के अधीक्षक डा. अरविंद शर्मा ने बताया कि पेईंग वार्ड को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए तैयार किया गया है। आवश्यक होने पर मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाएगा। अस्पताल में आक्सीजन, उपचार में उपयोगी दवा व अन्य जरूरी संसाधन मौजूद हैं।

इससे पहले इंदौर में पति-पत्नी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। पत्नी एक सप्ताह पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, जबकि पति ने तबियत खराब होने के बाद बीते सोमवार को अपनी जांच कराई थी और उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दोनों पति-पति के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होने के बाद दंपत्ति को तुरंत आइसोलेशन में भेज दिया गया..दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया था। कोरोना संक्रमित पति-पत्नी शहर के पलासिया इलाके के रहने वाले हैं और हाल ही में मालदीव से भारत लौटे थे। बताया जा रहा है कि महिला कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गई है, जबकि पुरुष को अभी भी होम आइसोलेशन में रखा गया है।

मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसमें आरटी पीसीआर और रैपिड जांच के निर्देश सरकार ने दिए हैं। अस्पतालों में इलाज के इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है। इससे पहले मॉकड्रिल में कई जगह ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के नहीं चलने के मामले सामने आए है। जिनको जल्द ठीक कराने के लिए कहा गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कोविड के नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है, वह हमने पूरे प्रदेश में लागू की है। लोग सावधानी बरतें और गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोविड के साथ ही दूसरी सभी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी दक्षता से काम कर रहा है।