लखनऊ, 21 दिसम्बर (हि.स.)। लखनऊ शहर के बीच में कुकरैल नदी (वर्तमान का कुकरैल नाला) को पुन: नदी के रूप में स्थापित करने के लिए उसके किनारे बसे अवैध मकानों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई। गुरुवार को सुबह से अपराह्न तक चली ध्वस्तीकरण की एलडीए की कार्रवाई के बीच में ही हाई कोर्ट का एक आदेश लेकर वहां अधिवक्ता पहुंचे और कार्रवाई पर रोक लग गयी।
कुकरैल नदी की जमीन पर कुछ वर्ष पहले अवैध रूप से अकबर नगर फेज वन और फिर अकबर नगर फेज टू बनाया गया। जिसे एलडीए ने अवैध घोषित कर वहां रहने वाले लोगों को नोटिस दिया था। सुबह के वक्त एलडीए ने बुलडोजर लगाकर कुछ दुकानों, मकानों को ध्वस्त किया। इसी दौरान अधिवक्ताओं और भाजपा के मंडल अध्यक्ष मंगल व स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरु किया। तभी हाईकोर्ट का आदेश पत्र लेकर कुछ अधिवक्ता पहुंचें, एलडीए के अधिकारियों ने आदेश के आधार पर 22 जनवरी की अगली सुनवाई तक ध्वस्तीकरण को पूर्णत: रोक दिया।
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंचे एलडीए के उपाध्यक्ष डा. इन्द्रमणि, पुलिस उपायुक्त अपर्णा रजत कौशिक सहित अन्य अधिकारी शाम को लौट गये। कुकरैल नदी के किनारे कार्रवाई के दौरान उधर से गुजरने वाले वाहनों को डायवर्जन किया गया।जिससे कुछ प्रमुख मार्गों में जाम भी लगा।