भोपाल, 20 दिसंबर (हि.स.)। प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज से दो दिनी राष्ट्रीय बालरंग कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। मप्र स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, श्यामला हिल्स में इसका शुभारंभ करेंगी। जिसमें लगभग 22 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से आए 430 प्रतिभागी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी दुर्गेश रायकवार ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के निदेशक प्रो. अमिताभ पांडे और लोक शिक्षण आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव भी उपस्थित रहेंगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष बालरंग महोत्सव की थीम “आत्मनिर्भर भारत” रखी गई है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं उन्हें भारत की सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
“राष्ट्रीय बालरंग-2023 ” महोत्सव में आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दादर एवं नागर हवेली, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, पांडिचेरी, पंजाब, सिक्किम, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू एवं कश्मीर एवं राजस्थान सहित देश के 22 राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश सहभागिता कर रहे हैं ।
लोक शिक्षण संचालक डीएस कुशवाह का इस बारे में कहना है कि “आत्मनिर्भर भारत” थीम आधारित इस सांस्कृतिक महोत्सव में प्रदेश के छात्र-छात्राएं भी बड़ी संख्या में सहभागी हैं, वे अपने जिले की संस्कृति, वेशभूषा, नृत्य एवं खानपान आदि को विभिन्न मंचों पर प्रदर्शित करेंगे। क्रिएटिव क्राफ्ट में 18 स्टॉल में पहली बार विद्यार्थियों के द्वारा बनाए गए आर्ट एंड क्राफ्ट को प्रदर्शन के लिए रखा जा रहा है । विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न जिलों एवं राज्यों के खाद्य पदार्थों पर आधारित फूड जोन भी लगाया जा रहा है । संपूर्ण कार्यक्रम में प्रतिदिन लगभग 8 हजार विद्यार्थियों सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं सहभागिता करेंगे।
उन्होंने बताया कि राज्यस्तरीय बालरंग में प्रदेश के नौ संभागों के लगभग 1200 विद्यार्थी सहभागी हो रहे हैं । इसमें सांस्कृतिक, साहित्यिक, योग, संस्कृत, निशक्तजन एवं मदरसा प्रतियोगिताएं, राष्ट्रीय लोक नृत्य, लघु भारत प्रदर्शनी, विद्यार्थियों द्वारा निर्मित क्रिएटिव क्राफ्ट, गतिविधि आधारित प्रदर्शनी एवं विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न जिलों एवं राज्यों के खाद्य पदार्थ (फूड जोन) की प्रदर्शनी सहित अन्य प्रतियोगिताएं होंगी। राष्ट्रीय बालरंग में उत्कृष्ट लोकनृत्य के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त नृतक दलों को पुरस्कृत किया जाएगा।
कुशवाह का कहना यह भी रहा कि भारत के सांस्कृतिक विरासत को लेकर लघु भारत प्रदर्शनी में 22 राज्यों की झांकियां लगेंगी। समर्थ भारत प्रदर्शनी में 25 स्टॉल होंगे, जिसमें इस बार “अनुगूंज 2023″ के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न वर्कशाप में की गई गतिविधियों की प्रदर्शनी को भी सम्मिलित किया गया है।आत्मनिर्भर भारत की थीम पर इस वर्ष समर्थ भारत प्रदर्शनी लगाई जाएगी, यह प्रदर्शनी मुख्य रूप से 22 विषयों पर गतिविधि आधारित है, जो ” आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स”, वोकल फार लोकल, फिट इंडिया, उमंग, इंन्सपायर अवार्ड प्रदर्शनी”, अनुगूंज, माटीकला फोटोग्राफी और सेरेमिक आर्ट हस्तनिर्मित क्राफ्ट आदि विषयों के समावेश के साथ भारत की आत्मनिर्भरता की परिकल्पन को पूर्ण करते हैं।