– मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने परखी व्यवस्था
– बैरक, भोजनालय, चिकित्सालय आदि का निरीक्षण कर ली तलाशी
मीरजापुर, 21 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रत्नम श्रीवास्तव, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने गुरुवार को जिला कारागार का निरीक्षण कर सुरक्षा व सफाई व्यवस्था परखी और संतुष्ट दिखे। साथ ही बंदियों व उनके सामानों की सघन तलाशी ली। बंदियों से सुविधाओं की जानकारी लेने के साथ उनका हाल भी जाना।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने एक-एक बंदियों से मिल जेल में मिल रही भोजन, इलाज, नाश्ता सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। बंदियों से वार्ता कर उनकी समस्याएं भी जानी। किचन में जाकर भोजन की गुणवत्ता भी परखी। इसके उपरांत जिला कारागार के अस्पताल व बैरकों का निरीक्षण किया। जिला कारागार अधीक्षक अरुण मिश्र ने अधिकारियों को विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान चिकित्साधिकारी डा. प्रदीप कुमार, उप जेलर स्मिता भाटिया, सुमन रानी, विजय शंकर दुबे आदि थे।
बंदियों को स्वास्थ्य के प्रति किया जागरूक, शिविर लगा की जांच
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सीएल वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी (एड्स) एके ओझा व जेल प्रशासन के सहयोग से जिला कारागार में गुरुवार को एचआईवी, टीबी, यौन व हेपेटाइटिस रोग की जांच के लिए शिविर का आयोजन किया गया। जेलर अरूण कुमार मिश्र ने पुष्प गुच्छ देकर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन का स्वागत किया। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने फीता काटकर शिविर का शुभारंभ किया। साथ ही एचआईवी, टीबी, यौन व हेपेटाइटिस रोग से बचाव के लिए जागरूक किया। शिविर में 137 पुरुष व 29 महिला बंदियों की जांच की गई।