प्रधानमंत्री मोदी से मिल सांसद आर के सिंह पटेल, चित्रकूट को फ्री जोन घोषित करने रखी मांग

– केन बेतवा लिंक परियोजना को चित्रकूट तक बढ़ाने का भी किया अनुरोध

चित्रकूट,19 दिसम्बर (हि.स.)। बांदा-चित्रकूट सांसद आर के सिंह पटेल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच बटी भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट को फ्री जोन घोषित करने एवं केन-बेतवा लिंक परियोजना से चित्रकूट जिले तक पानी पहुंचाये जाने की मांग की।

बुंदेलखंड के चहुमुखी विकास को लेकर सतत प्रयासरत बांदा-चित्रकूट सांसद आर के सिंह पटेल ने मंगलवार को देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर संसदीय क्षेत्र के चहुमुखी विकास को लेकर कई अहम परियोजनाओं पर चर्चा की। पीएम से भेट के दौरान सांसद श्री पटेल ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा में बटे भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट को फ्री जोन घोषित किये जाने का अनुरोध किया।

सांसद ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट उ0प्र0-म0प्र0 की सीमा में बसा पहाड़ी क्षेत्र है, जो 85 किमी0 की परिधि में है। उन्होंने बताया कि चित्रकूट का आधा हिस्सा उ0प्र0 के जनपद चित्रकूट में आता है जबकि आधा हिस्सा म0प्र0 के जनपद सतना की सीमा में बसा हुआ है। जिससे देश भर से आने वाले पर्यटक एवं श्रद्धालुओं, को दोंनों राज्यों की सीमाओं में प्रवेश में दिक्कतें आती हैं। चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र के समग्र पर्यटन विकास के लिए उ0प्र0-म0प्र0 की सीमा में बसे चित्रकूट को फ्री जोन घोषित करने की जरूरत है।

इसके अलावा सांसद ने पीएम मोदी से उ0प्र0 में केन-बेतवा लिंक परियोजना की स्वीकृति पर बधाई देते हुए इसे मोदी सरकार की बडी उपलब्धि एवं बुंदेलखंड के लिए वरदान बताया। सांसद ने कहा कि इस परियोजना का उ0प्र0 के बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जनपद बांदा को लाभ मिल रहा है, किन्तु भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट को यदि केन नदी से बांदा रंज नदी एवं बागिन नदी से जोड़ते हुए पैश्वनी नदी को जोड़ा जाता है, तो चित्रकूट जिला सिंचित हो सकता है तथा क्षेत्र के बंजर जमीनों को सिंचित किया जा सकता है, तथा बरसात के पानी को चित्रकूट के बांधाें तक पहुंचाया जा सकता है। जिससे किसानों को लाभ मिलेगा।

सांसद ने पीएम मोदी से बुंदेलखंड के बांदा-चित्रकूट संसदीय क्षेत्र के चहुमुखी विकास के लिए चित्रकूट को फ्री जोन घोषित करने एवं सिंचाई क्षमता बढ़ाकर किसानों को आय दोगुनी करने के लिए केन-बेतवा परियोजना में चित्रकूट जिले को भी शामिल किये जाने की मांग की है।

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