नई दिल्ली, 30 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के संस्थापक-कुलपति सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। गृह मंत्रालय ने मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में इसकी जानकारी दी। अधिसूचना में कहा गया है कि किसान के बेटे संधू भारत के प्रमुख शिक्षाविदों में से एक हैं।
उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति ने उनके उच्च सदन में मनोनयन का स्वागत करते हुए कहा है कि वे सतनाम सिंह संधू के राज्यसभा के लिए नामांकन का स्वागत करते हैं। सामुदायिक सेवा में उनका समृद्ध कार्य और शिक्षा, नवाचार और सीखने के प्रति उनका जुनून राज्यसभा के लिए ताकत का बड़ा स्रोत होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संधू को राज्यसभा में मनोनीत किए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सतनाम संधू ने खुद को एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रतिष्ठित किया है। वे विभिन्न तरीकों से जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय एकता को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है और भारतीय प्रवासियों के साथ भी काम किया है। वे उन्हें उनकी संसदीय यात्रा के लिए शुभकामनाएं देते हैं और उन्हें विश्वास है कि राज्यसभा की कार्यवाही उनके विचारों से समृद्ध होगी।
सतनाम संधू ने कहा कि राज्यसभा के लिए मनोनीत किया जाना उनके लिए बहुत बड़ा सम्मान है। वे प्रयास करेंगे कि अपनी सेवाएं हमारे राष्ट्र को समर्पित करें और लोगों की आवाज़ बनें। वे विकसित भारत के विचार को देश और विदेश में फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्रधानमंत्री मोदी को उन पर विश्वास किए जाने के लिए धन्यवाद देते हुए संधू ने कहा कि उनके जैसे एक साधारण किसान परिवार के व्यक्ति को लोगों की आकांक्षाओं को आवाज देने का अवसर दिया गया है।