भुवनेश्वर, 31 जनवरी (हि.स.)। दुनिया की नंबर एक महिला हॉकी टीम नीदरलैंड और दूसरे नंबर पर काबिज ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023-24 अभियान की शुरुआत के लिए बुधवार को ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचीं।
एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 (महिला) भुवनेश्वर के कलिंगा हॉकी स्टेडियम में 3 से 9 फरवरी तक खेला जाएगा, इसके बाद लीग राउरकेला के बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में पहुंचेगी, जहां 12 से 18 फरवरी तक मैच खेले जाएंगे।
पांच राष्ट्रीय टीमें – भारत, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया – एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 के भारत चरण में भाग लेंगी और एक बार भुवनेश्वर में व एक बार राउरकेला में एक-दूसरे का सामना करेंगी।
ऑस्ट्रेलिया एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 का अपना पहला मैच 3 फरवरी को चीन के खिलाफ खेलेगा, इसके बाद 6 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मुकाबला होगा। इसके बाद वे 7 फरवरी को भारत और 9 फरवरी को नीदरलैंड से भिड़ेंगे।
इस बीच, नीदरलैंड 3 फरवरी को संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 अभियान की शुरुआत करेगा। उनका अगला मैच 4 फरवरी को भारत से होगा, इसके बाद 6 फरवरी को चीन से भिड़ंत होगी। वे 9 फरवरी को भुवनेश्वर चरण के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेंगे।
नीदरलैंड की कप्तान मारिया वर्सचूर ने भुवनेश्वर में उतरने के बाद कहा, “एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 हमारे लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है, क्योंकि यह पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए एक तैयारी कार्यक्रम के रूप में कार्य करता है। हम इसका इंतजार कर रहे हैं और जो आने वाला है उसके लिए उत्साहित हैं। हम पिछले छह दिन से इसके लिए दिल्ली में प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रतियोगिता से पहले हमें चीन के खिलाफ एक अभ्यास मैच खेलना है। हमारा मुकाबला कुछ अच्छी टीमों से होगा; हमने कुछ समय से उनके खिलाफ नहीं खेला है। लेकिन चीन, ऑस्ट्रेलिया और भारत सभी असाधारण टीमें हैं और हम उनके खिलाफ खेलने के लिए उत्सुक हैं।”
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेस स्टीवर्ट ने कहा, “एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023/24 हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है, हम यहां कई अच्छी गुणवत्ता वाली टीमों का सामना करेंगे, और यह एक टीम के रूप में चीजों को एक साथ लाने और हासिल करने का एक शानदार अवसर है। हम एक महीने से एक साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं और हम आगे बढ़ने के लिए उत्साहित हैं। लीग में सभी टीमें कठिन हैं, चीन और यूएसए अच्छी फॉर्म में हैं और डचों के खिलाफ खेलना हमेशा कठिन होता है , हम सभी के खिलाफ कुछ रोमांचक मैचों के लिए तैयार हैं।”