भोपाल, 1 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश में नया साल धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोग सोमवार को सुबह से एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। इसके साथ ही नए साल की शुरुआत अपने आराध्य के दर्शन से करने के उद्देश्य से मंदिरों में पहुंच रहे हैं। साल के पहले दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। मंदिर में सुबह से भक्तों की भारी भीड़ है।
इससे पहले रविवार आधी रात को प्रदेशभर में नए साल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इंदौर और भोपाल से लेकर प्रदेश भर में लोग जश्न में डूबे नजर आए। रात के 12 बजते ही लोग झूम उठे। बड़ी संख्या में लोग नए साल को सेलिब्रेट करने शहर के होटल्स और रिसॉर्ट पहुंचे। यहां अलग-अलग थीम रखी गई। लाइव म्यूजिक पर लोग जमकर थिरके। वहीं, सोमवार सुबह कई लोगों ने मंदिरों में दर्शन कर अपने नए साल की शुरुआत की, तो अधिकांश लोग अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए निकल गए।
दुनियाभर में नए साल के पहले दिन की शुरुआत लोग अलग-अलग अंदाज में करते हैं, लेकिन धार्मिक नगरी उज्जैन में श्रद्धालु हर नए काम की शुरुआत बाबा महाकाल का आशीष लेकर करते हैं। साल के पहले दिन लाखों भक्तों ने महाकाल मंदिर में जाकर भक्तिभाव में लीन होकर नववर्ष की शुरुआत की। यहां नववर्ष के पहले दिन मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं ने चलित भस्म आरती में बाबा के दिव्य दर्शन किए। बाबा का आशीर्वाद लेकर नए साल की शुरुआत कर सफलता और सुख-शांति की प्रार्थना की।
नववर्ष पर तड़के ही महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर के अंदर भक्तों की लाइन लगने लगी थी। महाकालेश्वर मंदिर प्रशासन के मुताबिक, सुबह 9 बजे तक दो लाख श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके थे। मंदिर में पहले दिन सोमवार को आठ लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इससे पहले 2016 में सिंहस्थ के शाही स्नान के पहले दिन उज्जैन में छह लाख श्रद्धालु आए थे। इधर, जिला प्रशासन की तरफ से महाकाल मंदिर में चाक चौंबद व्यवस्था की गई है।
दरअसल, भूतभावन बाबा महाकाल को कालों का काल कहा जाता है, इसलिए वे काल के अधिष्ठाता हैं, लिहाजा नया साल अच्छा बीते, इसी कामना के साथ लाखों भक्त बाबा महाकाल के दरबार से नए साल की शुरुआत करते दिखाई दिए। इस अवसर पर श्रद्धालुओ को नए साल का जश्न मनाने का मौका भी मिल गया। वैसे नववर्ष के अवसर पर महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों को चलित भस्म आरती के रूप में बाबा महाकाल के दर्शन करवाए गए।
गर्म जल से स्नान, फिर हुआ पंचामृत पूजन
भगवान महाकाल के दरबार में नववर्ष की सुबह भस्म आरती से पहले भगवान महाकाल को गर्मजल से स्नान कराया गया। इसके बाद दूध, दही, शहद, शक्कर और फलों के रस से भगवान का पंचामृत पूजन हुआ। भगवान महाकाल के पूजन के बाद सूखे मेवे और भांग से सजाया गया। राजाधिराज भगवान महाकाल ने नववर्ष की सुबह आकर्षक स्वरूप में दर्शन दिए।