-आरोपित गिरफ्तार, हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी बरामद
हरिद्वार, 04 फ़रवरी (हि.स.)। विगत 30 जनवरी को जनपद के कोतवाली मंगलौर क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर जट में अधेड़ की नाले में मिली लाश के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को बरामद कर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।
मामले का मंगलौर कोतवाली में खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि मंगलौर क्षेत्र के ग्राम मोहम्मदपुर जट में अकेले रह रहे वृद्ध का बिस्तर खून से सना होने व वृद्ध के गायब गायब होने की सूचना मिली थी। बाद में मृतक का शव घटनास्थल से कुछ दूरी पर गंदे नाले से बरामद हुआ था। घटना के खुलासे के लिए तमाम पुलिस अधिकारियों एवं फॉरेंसिक टीम ने स्वान दल के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना के खुलासे के लिए कई टीमें गठित की गईं।
प्रारंभिक तौर पर धारदार हथियार से हत्या की बात सामने आई। किसी प्रकार का साक्ष्य उपलब्ध न होने के कारण पुलिस के लिए हत्याकांड का खुलासा चुनौती बना हुआ था। हत्या के मामले में सुखपाल पुत्र रूपराम निवासी मोहम्मदपुर जट कोतवाली मंगलौर की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस जांच में सामने आया की संदिग्ध अंकित जो लगातार अपने ठिकाने बदलता है तथा जंगलों में निवास करता है, का मृतक से वार्तालाप होता था, लेकिन पिछले कुछ समय से विवाद भी था। मुखबिर की सूचना पर नारसन क्षेत्र में पैदल जा रहे संदिग्ध 26 वर्षीय अंकित पुत्र वीरेंद्र कुमार निवासी मोहम्मदपुर जट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर सारा मामला खुल कर सामने आ गया। यह भी जानकारी में आया कि अंकित कई दिनों बाद राजस्थान से वापस लौटा था।
पूछताछ में सामने आया कि अंकित की दोस्ती कबूतर पालन और पेंटर का काम करने वाले मृतक रमेश से थी। अंकित ने मृतक रमेश के समय-समय पर कुछ कबूतर मार दिए। जिस कारण अंकित के सामने आने पर मृतक रमेश बार-बार अंकित को गाली देता था। मरे हुए कबूतर को गाढ़ देने पर हुए विवाद व मृतक रमेश के बार-बार अंकित को मां गाली देने से तरह नाराज होकर अंकित ने रमेश की कुल्हाड़ी मारकर नृशंस हत्या कर दी और लाश को वहां से कुछ दूरी पर ले जाकर नाले में फेंक दिया। पूछताछ में आरोपित ने अपना जुर्म कबूला।