अबोहर में जिम के बाहर झगड़ा: गुटों की रंजिश से हंगामा, कई गिरफ्तार, दर्जनभर केस दर्ज

अबोहर में गौशाला रोड पर सोमवार रात को कुछ युवकों द्वारा उत्पात मचाने की घटना के संबंध में सिटी वन पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक युवकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। यह जानकारी एएसआई निर्मल सिंह ने दी, जिन्होंने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि वरियाम नगर निवासी सिमरनजीत सिंह उर्फ सिमरन और शिवम नामक दो युवकों के बीच पुरानी दुश्मनी चल रही थी। दोनों युवक एक दूसरे के खिलाफ एक समूह बनाकर हमला करने की योजना बना रहे थे।

पुलिस को यह भी पता चला कि इन दोनों गुटों के युवकों के पास धारदार हथियार हैं, और वे जिम के बाहर हंगामा करने में जुटे थे। जब पुलिस को इस बात की जानकारी मिली, तो वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने देखा कि ये युवक एक-दूसरे पर हमला करने की मंशा से सड़क पर भाग रहे थे। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सिमरनजीत सिंह, जसवंत नगर के रूपेन्द्र सिंह, छोटी पौड़ी नई आबादी के परम, बकैनवाला के सरफराज, अबोहर के शिवम, मनोज सोनी, घल्लू निवासी रोबिट और 16 से 20 अन्य अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धारा 115(2), 111, 190, 191(3), 125, 270, 281 के तहत और आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 27 के तहत मामला नंबर 208 के तहत शिकायत दर्ज की है। एएसआई निर्मल सिंह ने बताया कि पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बैकग्राउंड चेक और घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है ताकि मामले की सच्चाई सामने लाई जा सके।

यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह युवाओं के बीच बढ़ती हिंसा और दुश्मनी के खिलाफ एक संकेत भी है। पुलिस ने सभी युवाओं से अपील की कि वे किसी भी तरह की हिंसा से बचें और आपसी विवादों का समाधान बातचीत के माध्यम से करें। सुरक्षा और शांति बनाए रखना सभी का कर्तव्य है। पुलिस अपनी ओऱ से लगातार ऐसे मामलों पर नज़र रख रही है और स्थानीय समुदाय के सहयोग से इन आरोपितों को सख्त सजा दिलाने का प्रयास कर रही है।

स्थानीय निवासियों में इस घटना से डरी हुई है और उन्होंने पुलिस से आग्रह किया है कि वह क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाए। लोगों के विश्वास को बनाए रखने और शांति की स्थापना के लिए पुलिस को सक्रियता बढ़ाने की आवश्यकता है। इस प्रकार की घटनाएं केवल समाज में अराजकता को ही बढ़ावा देती हैं और उनकी रोकथाम के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।