हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर को डीएलबी ने जारी किया नोटिस, तीन में मांगा जवाब
-रिश्वत केस में सामने आई थी भूमिका
जयपुर, 11 सितंबर (हि.स.)। नगर निगम हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर को स्थानीय निकाय विभाग ने नोटिस जारी कर उन पर लगे आरोपों का तीन दिन में जवाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि मुनेश के पति सुशील गुर्जर को पिछले साल चार अगस्त के दिन एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने पकड़ा था। इसके बाद से ही मुनेश गुर्जर के खिलाफ एसीबी की जांच लंबित चल रही थी। इस पर भाजपा सरकार ने अभियोजन स्वीकृति दी थी। दरअसल मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी देने को रिकॉर्ड पर लेकर दो सप्ताह बाद सुनवाई होनी है। सोमवार को जस्टिस एनएस ढड्ढा ने यह निर्देश सुधांशु सिंह ढिल्लन की याचिका पर दिया था। इसके बाद डीएलबी ने एक्शन लेते हुए बुधवार को नोटिस जारी किया है। नोटिस में डीएलबी ने मुनेश पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर जवाब मांगा है। इसके लिए तीन दिन का समय दिया है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि तीन दिन बाद बड़ा एक्शन हो सकता है। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मंगलवार को कहा था कि जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर मामले में जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है।
चालान पेश करने के लिए 2 सप्ताह का समय
राजस्थान हाईकोर्ट ने मुनेश गुर्जर के खिलाफ चालान पेश करने के लिए दाे सप्ताह का समय दिया। कोर्ट में मुनेश गुर्जर के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी देने की रिकॉर्ड पर लेकर सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी। जस्टिस एनएस ढड्डा ने यह निर्देश सोमवार को सुधांशु सिंह ढिल्लन की याचिका पर दिया था। मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर की पट्टे बनाने की एवज में 41 लाख रुपये की रिश्वत मामले में गिरफ्तारी हुई थी। उन पर आरोप था कि पट्टे जारी करवाने के लिए दो दलालों के जरिए रिश्वत मांगी गई थी। सुशील के साथ दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया था। उस वक्त एसीबी ने मेयर के घर से तलाशी ली तो पट्टे की फाइलें मिली थीं। साथ ही 41 लाख रुपये नकद मिले थे। वहीं नारायण सिंह के घर से भी 8.95 लाख रुपये मिले थे। तब से ही एसीबी की ओर से इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
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