फाजिल्का में हैवानियत: भाई ने काटी बहन की उंगलियां, वीडियो बनाने पर भड़का दामाद

फाजिल्का के अरनीवाला इलाके में एक गंभीर पारिवारिक विवाद ने उस समय खतरनाक मोड़ ले लिया, जब भाई और पिता के बीच झगड़े के बीच बहन ने बचाव में हस्तक्षेप किया। इस दौरान उसके भाई ने तेज धार वाले हथियार से उस पर हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप बहन के हाथ की दो उंगलियां कट गईं। इसके साथ ही, बहन पर चोट लाने के लिए भाई ने लोहे की रॉड का भी इस्तेमाल किया, जिससे उसके सिर पर गहरी चोट आई। जख्मी बहन, काजल, को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।

काजल ने कहा कि उसका भाई घर पर उसके पिता से झगड़ते समय तेज धार वाला हथियार लेकर आया। जब उसने अपने पिता की जान बचाने की कोशिश की, तो उसके हाथ में हमला हुआ। यह एक दुखद स्थिति थी, जिसमें परिवार के सदस्यों के बीच आपसी कलह ने एक भयानक रूप ले लिया। मामले की जानकारी मिलते ही काजल के पिता सूरज ने बताया कि वह एक रेहड़ी लगाते हैं और उन्हें अपने बेटे के साथ लगातार विवाद बढ़ता देख उसे बेदखल भी कर चुके हैं। बावजूद इसके, उनका बेटा कई बार घर में घुसकर झगड़ा करने की कोशिश करता है।

इस विवाद की एक और दिलचस्प बात यह है कि जब काजल ने झगड़े का वीडियो बनाने का प्रयास किया, तो उसके भाई ने इसका विरोध किया, जिसके कारण और भी झगड़ा बढ़ गया। भाई, सतीश कुमार ने कहा कि वह भी रेहड़ी लगाता है और उसके खाने-पीने का सामान हटाने की कोशिश की जा रही थी, जिससे स्थिति और विकट हो गई। परिवार के सदस्यों ने कहासुनी के बीच मारपीट की। सतीश का कहना है कि इस प्रकार के झगड़े ने उनके रिश्तों को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है।

इन घटनाओं के चलते पुलिस को सूचित किया गया है, जो इस मामले की छानबीन करेगी। जलालाबाद के डीएसपी, जतिंदर सिंह गिल ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी अभी नहीं है, लेकिन वह संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। इस प्रकार के पारिवारिक विवाद, जो कभी-कभी जीवन-threatening घटनाओं का कारण बन जाते हैं, समाज में परिवार के सदस्यों के बीच संवाद और समझ की कमी को दर्शाते हैं।

इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि पारिवारिक विवादों में सक्रिय भागीदारी न केवल रिश्तों को प्रभावित करती है, बल्कि गंभीर चोटों और दुखद परिणामों का कारण भी बन सकती है। पुलिस अब इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की तह तक जाने का प्रयास करेगी ताकि ऐसे विवादों की वास्तविक वजह को समझा जा सके।