जगराओं में दोस्त को महिला बना भेजा: केयरटेकर की हत्या की साजिश, पति-पत्नी में खलबली!

पंजाब के जगराओं में एक दिलचस्प और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें घरेलू विवाद के चलते एक युवक ने अपने जीजा की बुजुर्ग मां की देखभाल कर रही केयर टेकर की हत्या की साजिश रची। आरोपी भाई ने अपने दोस्त को महिला का भेष पहनाकर बहन के घर भेजने का प्लान बनाया, ताकि वह अपनी बहन के पति के साथ चल रहे विवाद का निपटारा कर सके। हालांकि, योजना अपने लक्ष्य पर पहुँचने से पहले ही विफल हो गई, जब केयर टेकर को इस साजिश का अहसास हो गया। उसने सजगता दिखाई और दरवाजे पर ताला लगाकर खुद को सुरक्षित किया, जिससे संदिग्ध को भागना पड़ा।

पीड़ित केयर टेकर सरबजीत कौर ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान, पुलिस ने मामले में गहरी छानबीन की और आरोपी भाई जगदीप सिंह, जो लोहटबंद्दी रायकोट का निवासी है, और उसके दोस्त अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी का नाम सामने आया। यह मामला थाना सदर रायकोट में दर्ज किया गया है। एएसआई लखबीर सिंह ने बताया कि सरबजीत कौर जनवरी 2024 से महिंदर कौर की देखभाल कर रही थी, जिसके चलते वह उनकी कोठी में निवास करती थी।

इस घटना की पृष्ठभूमि में घरेलू विवाद का बड़ा योगदान है। जगदीप का विवाद उसकी पत्नी मनदीप कौर के साथ चल रहा था, जो उसी कोठी में अलग कमरे में रहती थी। 23 सितंबर को, जब सरबजीत कौर एक बच्ची को ट्यूशन से लेकर वापस आई, तब उन्हें शक होने लगा कि कोठी में कोई अवांछित व्यक्ति मौजूद है। दरवाजे के बाहर खड़ी एक्टिवा ने उनकी चिंता बढ़ा दी, और जब उन्हें मनदीप कौर के कमरे से एक युवक की आवाज सुनाई दी, तो उन्होंने सावधानी बरतते हुए दरवाजे को ताला लगा दिया।

पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि युवक ने असली पहचान छुपाने के लिए महिला के कपड़े पहने थे और नाकाबंदी के प्रयास में नकली बालों का उपयोग किया था। जब जगदीप सिंह और अमनदीप सिंह को घटना की जानकारी मिली, तो वे मौके पर पहुंचे। यहां तक कि अमनदीप ने सभी के सामने अपनी गलती स्वीकार करते हुए बताया कि यह साजिश जगदीप की थी। इस खुलासे ने मामले को और भी जटिल बना दिया और पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया।

पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है, और यह मामला बेहद संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ रहा है। स्थानीय समुदाय में इस घटना की चर्चा तेज़ हो गई है और लोग इस बात पर चौकस हैं कि कैसे घरेलू विवादों की वजह से एक निर्दोष व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है। इस प्रकार के मामले न केवल समाज के भीतर विश्वास की कमी को उजागर करते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि हमें आपस में विवादों को सुलझाने के लिए संवाद और समझ पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।