पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक युवक ने बिल्ली को बेरहमी से मारते हुए वीडियो शूट किया। इस घटना ने पशु प्रेमियों एवं समाज के सभी वर्गों में नाराजगी का माहौल पैदा कर दिया है। वीडियो के अनुसार, 25 सितंबर को सुबह करीब 5:13 बजे, दो युवक एक बाइक पर आए और दशमेश नगर में घुम रही बिल्ली पर डंडे से हमला किया। इस हमले के दौरान, जब बिल्ली भागने की कोशिश करती है तो वह लोहे के कैंची गेट में फंस जाती है और फिर युवकों द्वारा उसे कई बार मारा जाता है। इस अमानवीय कृत्य के बाद, दोनों युवक बिल्ली का शव लेकर फरार हो जाते हैं।
इस घटना की जानकारी मिलते ही मंडी गोबिंदगढ़ एनिमल्स एड संस्था ने पुलिस से शिकायत की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। संस्था की प्रधान, गुरप्रीत कौर ने बताया कि जब उन्हें वायरल वीडियो के माध्यम से इस क्रूरता के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत अपनी टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए। उनकी टीम भी अपनी तरफ से जांच कर रही है और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि घटना में शामिल युवकों की पहचान की जा सके।
मंडी गोबिंदगढ़ थाना के एसएचओ, अर्शदीप शर्मा ने इस मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। उन्हें इस प्रकार की घटनाओं के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए और आरोपियों को पकड़ा जाना चाहिए। आम जनता से भी अपील की गई है कि वे ऐसे मामलों में आगे बढ़कर पुलिस को सूचना दें। समाज में इस तरह की बर्बरता को रोकने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे, ताकि पशु अधिकारों का संरक्षण किया जा सके।
पशु प्रेमियों का मानना है कि ऐसे मामलों में सख्त दंड का प्रावधान होना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न कर सके। इस घटना ने न केवल मंडी गोबिंदगढ़ बल्कि पूरे पंजाब में एक बहस को जन्म दे दिया है, जिसमें यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्या हमारे समाज में पशुओं के प्रति संवेदनशीलता कम होती जा रही है। लोगों ने सोशल मीडिया पर इस मामले की निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की है।
इस घटना ने यह भी दर्शाया है कि हमारी समाज में पशुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए शैक्षणिक जागरूकता और समुदाय स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि लोग जान सकें कि सभी जीवों का सम्मान किया जाना चाहिए। यह समय की जरूरत है कि समाज इस तरह की बर्बरता के खिलाफ खड़ा हो और एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाए।