शहर और गांवों में आवारा कुत्तों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे आम लोगों में डर और चिंता बढ़ रही है। आज सुबह भी इस समस्या ने गंभीर रूप ले लिया, जब दो अलग-अलग स्थानों पर कुत्तों ने वृद्ध और एक महिला पर हमला कर दिया। दोनों घायलों को तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, 85 वर्षीय राम किशन, जो अबोहर के सर्कुलर रोड पर एक साइकिल रिपेयर की दुकान चलाते हैं, सुबह अपनी दुकान में बैठे हुए थे। अचानक एक आवारा कुत्ता दुकान में घुस आया। राम किशन ने जब उसे बाहर निकालने की कोशिश की, तो वह कुत्ता उन पर झपट पड़ा। परिणामस्वरूप, उनके सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं। आसपास के लोगों ने कुत्ते को वहां से भगा दिया और तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
इसी प्रकार, सीमा जो करीब 25 वर्ष की हैं, किल्लियांवाली रोड की निवासी हैं और काम पर जाने के लिए पैदल जा रही थीं। जब वह एक गोदाम के पास पहुंचीं, तो वहां मौजूद तीन-चार आवारा कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। उनकी चीखें सुनकर आसपास के लोगों ने उनकी सहायता की और उन्हें कुत्तों के चंगुल से बचाया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
यह घटनाएं अकेली नहीं हैं। महज एक दिन पहले हरिपुरा गांव में एक पांच वर्षीय बच्चे, ऋषि, पर भी आवारा कुत्तों का हमला हुआ था। वह अपनी दादी के साथ खेत में गया था, तभी हड्डा रोड के कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया और बच्चे के चेहरे को बुरी तरह से नोच डाला। उसकी दादी ने बड़ी मुश्किल से उसे कुत्तों के द्वारा बचाया।
इन घटनाओं ने स्पष्ट कर दिया है कि आवारा कुत्तों की संख्या और उनके आक्रामक व्यवहार ने लोगों के जीवन को डरावना बना दिया है। स्थानीय प्रशासन और नगर निगम को इस समस्या पर जल्द काम करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे आतंक से लोगों को छुटकारा दिलाया जा सके। व्यवस्थाएं और उपाय किए जाने की आवश्यकता है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस दिशा में ठोस कदम उठाने से न केवल आवारा कुत्तों की समस्या हल होगी, बल्कि लोगों के मन में विश्वास भी वापस आएगा।
आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक के बीच, यह जरूरी है कि समाज के सभी हिस्से एकजुट होकर इस स्थिति का समाधान निकालें। नागरिकों को भी सजग रहना होगा और जब भी ऐसी घटनाएँ देखी जाएं, तुरंत प्रशासन को सूचित करना होगा। इसके अलावा, यह समय है कि हम इस संदर्भ में जरूरी पहल करें, ताकि हमारे शहर और गांव सुरक्षित और शांतिपूर्ण बन सकें।