जेपी नड्डा चंडीगढ़ में: पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन के घर पहुंचकर दिवंगत माता को दी श्रद्धांजलि!

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन के निवास पर जाकर उनकी दिवंगत माता स्वर्गीय बृजपाल टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित की। नड्डा ने इस अवसर पर स्वर्गीय बृजपाल टंडन की खासियतों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका निधन केवल परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय बृजपाल टंडन ने अपने जीवन में धार्मिकता और साहस का परिचय दिया, जिससे समाज को काफी लाभ हुआ।

जगत प्रकाश नड्डा ने इस संबंध में आगे कहा कि स्वर्गीय बृजपाल टंडन ने अपने पति बलराम दास टंडन के साथ मिलकर समाज और पार्टी की प्रगति में योगदान दिया। उन्होंने संजय टंडन को ढांढस देते हुए कहा कि मृत्यु जीवन का एक अटल सत्य है, और इस सत्य को स्वीकार कर ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। इस भावना में उन्होंने टंडन परिवार को प्रेरित किया कि उन्हें माता की दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ते रहना चाहिए, जिससे उनकी आत्मा को सुकून मिले।

संजय टंडन ने अपनी माता की यादों को ताजा करते हुए उनके समर्पण और बलिदानों को याद किया। उन्होंने कहा कि आज जो सफलता वह हासिल कर रहे हैं, वह सब उनकी माता-पिता की दी हुई शिक्षा और संस्कारों का प्रतिफल है। संजय टंडन ने अपनी माता की पहल और समाज के प्रति उनके योगदान को न केवल स्मरण किया, बल्कि उस परंपरा को आगे बढ़ाने की भी प्रतिबद्धता जताई।

श्रद्धांजलि सभा में भाजपा के कई प्रमुख नेता भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला, कैलाश चंद जैन, शक्ति प्रकाश देवशाली, महामंत्री हुकम चंद, डिप्टी मेयर राजेंद्र शर्मा और पूर्व मेयर अनूप गुप्ता शामिल थे। इस आयोजन में पार्षद कंवर राणा, मनोज सोनकर, डॉ. नरेश पांचाल सहित भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं ने भी अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

इस प्रकार, यह श्रद्धांजलि सभा न केवल स्वर्गीय बृजपाल टंडन के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर बनी, बल्कि यह उनके जीवन के मूल्य और योगदान को याद करने का भी एक मंच बनी। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मिलकर उनके योगदानों को सराहा और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इस मौके पर एकजुटता और सहानुभूति का भाव स्पष्ट रूप से देखने को मिला।