ग्वालियरः कलेक्टर ने की स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों की समीक्षा

ग्वालियरः कलेक्टर ने की स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों की समीक्षा

– जिन मापदण्डों में पिछली बार ग्वालियर को कम नम्बर मिले थे, उन पर विशेष ध्यान दें: रुचिका चौहान

ग्वालियर, 17 अक्टूबर (हि.स.)। कलेक्टर रुचिका चौहान ने गुरुवार को स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 के लिए ग्वालियर शहर में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण में जिन मापदण्डों में कम नम्बर आए थे, स्वच्छता से संबंधित उन सभी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से अंजाम दें। साथ ही शहर को स्वच्छ बनाने के लिए व्यापक स्तर पर जनजागरण गतिविधियाँ चलाएँ। प्रयास ऐसे हों जिससे ग्वालियर शहर को स्वच्छता में अग्रणी बनाने के लिये शहरवासी बढ़-चढ़कर आगे आएं। बैठक में नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव एवं स्मार्ट सिटी की सीईओ नीतू माथुर भी मौजूद थे।

कलेक्टर ने कहा कि ग्वालियर शहर को स्वच्छता में अव्वल बनाने के लिए सम्पूर्ण शहरवासियों की भागीदारी जरूरी है। इसलिए शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिये विशेष कार्ययोजना बनाएँ। इस काम में एनसीसी, राष्ट्रीय सेवा योजना, जन अभियान परिषद सहित अन्य स्वयंसेवी व समाजसेवी संगठनों का सहयोग लें। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को सूखा व गीला कचरा अलग-अलग रखने के लिये प्रेरित करें। साथ ही उन्हें यह भी समझाएँ कि घर का कचरा घर के बाहर नहीं नगर निगम के कचरा वाहन में ही डालें। बार-बार समझाने के बाबजूद जो लोग घर का कचरा सड़क पर डालें, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव ने बैठक में जानकारी दी कि पिछले अनुभवों को ध्यान में रखकर ग्वालियर शहर को स्वच्छता में अग्रणी बनाने के लिये सुनियोजित तैयारियाँ की गई हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण के मापदण्डों के अनुरूप स्वच्छता के काम कराए जा रहे हैं। इसके लिए अलग – अलग अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

कचरा संग्रहण वाहनों की संख्या बढ़ाएँ

कलेक्टर रुचिका चौहान ने नगर निगम आयुक्त से कहा कि शहर की हर गली में कचरा वाहन पहुँचें, जिससे घर-घर से कचरा प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि कचरा वाहनों की कमी हो तो तात्कालिक रूप से किराए पर वाहन लिए जाएँ। साथ ही नए वाहन खरीदने के लिये शासन को प्रस्ताव भेजें। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में ग्वालियर शहर में 230 कचरा वाहन चल रहे हैं। उन्होंने दीनदयाल नगर क्षेत्र में कचरा वाहनों की संख्या बढ़ाने के लिये विशेष तौर पर कहा।

अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही निर्धारित करें

स्वच्छता सर्वेक्षण के विभिन्न घटकों से संबंधित गतिविधियों को प्रभावी ढंग से मूर्तरूप देने के लिये अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कार्यवार जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों की मॉनीटरिंग के लिये वरिष्ठ अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाएँ।

स्वच्छता की बारीकियाँ समझने इंदौर व सूरत भेजें अधिकारियों के दल

शहर में स्वच्छता संबंधी विभिन्न दायित्वों का निर्वहन कर रहे मैदानी अधिकारी-कर्मचारियों को इंदौर व सूरत शहर की स्वच्छता प्रणाली के अध्ययन के लिए भेजने की बात भी कलेक्टर ने बैठक में कही। उन्होंने कहा कि तकनीकी अधिकारी इन शहरों की स्वच्छता प्रणालियों की बारीकियों को सीखकर आएं और ग्वालियर की स्वच्छता गतिविधियों को गुणवत्ता के साथ अंजाम दें।

सफाई मित्रों को मिलें सभी जरूरी सुविधाएं

कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने में सफाई मित्रों की भूमिका सबसे अहम है। इसलिए सफाई मित्रों को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने सफाई मित्रों का बैंकों के माध्यम से जीवन ज्योति बीमा कराने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि कोई भी सफाई मित्र आयुष्मान योजना से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि हर सफाई मित्र पर हैंड ग्लब्स सहित अन्य सुरक्षा उपकरण होने चाहिए। कलेक्टर ने नगर निगम परिषद से अनुमोदन लेकर सफाई मित्रों की संख्या बढ़ाने के लिये भी कहा।

“ग्वालियर सेवा मित्र” के नाम से तैयार हो रहा है स्वच्छता एप

नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव ने बैठक में जानकारी दी कि ग्वालियर शहर की स्वच्छता संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से “ग्वालियर सेवा मित्र” के नाम से एक स्वच्छता एप तैयार कराया गया है। जल्द ही यह एप लाँच किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस एप में नगर निगम के विभिन्न कर जमा करने की सुविधा भी रहेगी। कलेक्टर ने इस एप में अन्य जन उपयोगी फीचर जोड़ने के निर्देश दिए।

यह भी निर्देश दिए

शहर के चौराहों का सौंदर्यीकरण, सेल्फी प्वॉइंट का निर्माण, सिटीजन फीडबैक, पॉलीथिन को हतोत्साहित करना, आत्मनिर्भर वार्ड एवं आदर्श मलिन बस्ती के कार्यों को गति देने, स्कूलों व सरकारी दफ्तरों में स्वच्छता, बाजारों में पर्याप्त डस्टबिन की व्यवस्था, शौचालयों की नियमित साफ-सफाई व पानी की व्यवस्था, सीवर लाइनो की साफ-सफाई सहित स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की अन्य गतिविधियों की बैठक में विस्तार से समीक्षा की गई। साथ ही इन गतिविधियों को प्रभावी ढंग से देने के निर्देश दिए गए।