मोगा में चुनावी दिन गोलियों की गूंज, युवक की रहस्यमयी मौत!

पंजाब के मोगा जिले के बाघा पुराना कस्बे में पंचायत चुनाव के दिन एक बहुत ही दुखद घटना घटित हुई। कोटला मेहर सिंह वाला गांव में मतदान के समय एक युवक, गुरचरण सिंह, को गोली लगी। यह गोली उस समय चली जब कुछ असामाजिक तत्वों ने बूथ कैप्चरिंग की कोशिश की। जानकारी के अनुसार, गुरचरण सिंह अपनी बहन के घर चुनाव में भाग लेने आया था। चुनाव के दिन माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब कुछ लोगों ने अवैध तरीके से मतदान करने के लिए फायरिंग की, जिसमें गोली सीधे उसकी पेट में लगी।

इस गंभीर चोट के कारण गुरचरण सिंह तुरंत मोगा सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। उसकी हालत बेहद नाज़ुक थी और परिजनों ने उसे बेहतर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। दुर्भाग्यवश, चिकित्सीय प्रयासों के बावजूद, गुरचरण सिंह की जान नहीं बचाई जा सकी और इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। यह घटना न केवल उसके परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ा सदमा थी, जिसने चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा पर सवाल उठाए।

पुलिस ने इस घटनाक्रम की गंभीरता को समझते हुए पहले ही गोलीबारी के मामले में 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। संदिग्धों की पहचान कर पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है ताकि घटना में शामिल व्यक्तियों को सजा मिल सके। इस घटना ने पंचायत चुनावों की शांतिपूर्ण और सुरक्षित व्यवस्था को प्रभावित किया है, जिससे आम लोगों में चिंता की लहर फैल गई है।

स्थानीय निवासियों ने इस घटना की निंदा की है और चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की मांग की है। लोग यह आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि जब पंचायत चुनाव जैसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में इस तरह की हिंसा होगी, तो आम जनता का क्या होगा। पंचायत चुनावों का उद्देश्य समुदाय की सेवा करना और स्थानीय शासन को सशक्त बनाना है, लेकिन हिंसा और अव्यवस्था के इस स्तर से यह उद्देश्य कहीं खो जाता है।

गुरचरण सिंह की मौत ने एक बार फिर से ऐसे मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया है, जो चुनावों में सुरक्षा और निष्पक्षता के लिए आवश्यक हैं। सभी राजनीतिक दलों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएंगे। ऐसी घटनाएं न केवल चुनावी प्रक्रिया को बाधित करती हैं, बल्कि समाज में भय और अशांति फैलाती हैं। अपने सामाजिक दायित्व के तहत स्थानीय प्रशासन का यह कर्तव्य है कि वे इस तरह की हिंसा को हर कीमत पर रोकें और आम जनता को सुरक्षित माहौल प्रदान करें।