मंदसरः खतरनाक होते डेंगू एवं मलेरिया के प्रभावी नियंत्रण हेतु चिकित्सा महाविद्यालय में चिकित्सकों की कार्यशाला हुई
मंदसौरए 13 नवंबर (हि.स.)। सुंदरलाल पटवा चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर में डेंगू एवं मलेरिया के बेहतर प्रबंधन हेतु सीएमई का आयोजन बुधवार को जिला मलेरिया कार्यालय एवं चिकित्सा महाविद्यालय मंदसौर के सामुदायिक विज्ञान विभाग, माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉक्टर शशी गांधी एवं मंदसौर जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जीएस चौहान द्वारा किया गया।
सीएमई के दौरान महाविद्यालय के चिकित्सकों द्वारा डेंगू एवं मलेरिया की एपिडेमियोलॉजी डायग्नोसिस प्रबंधन एवं इसकी रोकथाम के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। सामुदायिक आयुर्विज्ञान की चिकित्सकों द्वारा वाहक जनित रोगों मुख्यत: मच्छर से होने वाली बीमारियों, मच्छरों से बचाव एवं घरेलू स्तर पर मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए आवश्यक उपाय बताए। मेडिसिन विभाग चिकित्सकों ने डेंगू एवं मलेरिया के लक्षण एवं उपचार की विस्तृत जानकारी उपस्थित समस्त महाविद्यालय एवं जिला अस्पताल के चिकित्सकों को दी। गर्भवती महिलाओं में डेंगू एवं मलेरिया के उपचार एवं विशेष सावधानियां महिला एवं प्रस्तुति विभाग की चिकित्सा डॉक्टर करुणा मरावी द्वारा बताया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जिला मलेरिया अधिकारी डॉ दीपा पाठक ने जिले में वाहक जनित रोगों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं जिला मलेरिया कार्यक्रम के बारे में चर्चा की। सीएमई में सुंदरलाल पटवा चिकित्सा महाविद्यालय एवं जिला चिकित्सालय मंदसौर के लगभग 50 से अधिक चिकित्सा अधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित रहे।। सीएमई दो दिवस कार्यशाला रखी गई है।
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