बटाला: गैंगस्टर डोनी के दो गुर्गे हथियारों समेत गिरफ्तार, एक पर 12 मामले दर्ज!

बटाला में सीआईए की टीम ने शुक्रवार की सुबह एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए अमेरिका में सक्रिय बलविंदर सिंह डोनी गैंगस्टर के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान आदित्य कपूर और रविंदर सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से चार देसी पिस्तौल, एक विदेशी पिस्तौल, पांच मैगजीन और 14 कारतूस बरामद किए हैं। खास बात यह है कि आदित्य कपूर के खिलाफ पहले से ही 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिससे उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि का स्पष्ट संकेत मिलता है। वर्तमान में पुलिस इन दोनों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि उनके नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले सीआईए की टीम ने अमृतसर के ब्यास इलाके से 105 किलो हेरोइन की एक बड़ी खेप जब्त की थी, जो कि ड्रोन और दरिया के रास्ते यहां भेजी गई थी। इस धरपकड़ की घटना नवजोत सिंह नाम के एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद हुई थी, जिसे हेरोइन की तस्करी के मामले में पकड़ा गया था। इससे स्पष्ट है कि पुलिस की नजर अब इस तरह के अंतरराष्ट्रीय नशे के नेटवर्क पर है, जो देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई है।

बलविंदर सिंह डोनी, जो कि अमेरिका में बैठकर अपने गैंग का संचालन कर रहा है, का आपराधिक साम्राज्य भले ही दूर हो, लेकिन उसके गुर्गे अपने काम में सक्रिय हैं। यही कारण है कि हाल ही में गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ हरिके के गिरोह के सदस्यों ने डोनी के निकटतम सहयोगी गुरदीप सिंह उर्फ गोखे की सठियाला इलाके में हत्या कर दी। यह घटना न केवल गैंग वॉर का एक संकेत है, बल्कि इसे पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती भी माना जा रहा है।

पुलिस ने इस हत्याकांड के संबंध में गुरशरण सिंह नाम के एक गैंगस्टर का एनकाउंटर भी कर लिया है, जो कि इस मामले में मुख्य व्यक्ति माना जा रहा था। इस क्रूरतम हत्या और बाद में हुई पुलिस कार्रवाई ने न केवल स्थानीय क्षेत्र में आतंक का माहौल बनाया है, बल्कि इसने अपराधियों के बीच आपसी भेदभाव और प्रतिशोध की भावना को भी उजागर किया है।

इस प्रकार, बटाला में हाल की गिरफ्तारियों और पुलिस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज कर रही हैं। पुलिस की सक्रियता और समर्पण से सामाजिक सुरक्षा में सुधार की संभावना बढ़ी है। यह घटनाएं हमारे समाज के लिए एक चेतावनी भी हैं कि हमें संगठित अपराध के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।