मध्य प्रदेश में नवंबर के दूसरे हफ्ते बढ़ेगी सर्दी, पचमढ़ी में तापमान 12.6 डिग्री पहुंचा
भोपाल, 2 नवम्बर (हि.स.) । मध्य प्रदेश में दिवाली के बाद अब कई शहरों में सर्दी का असर दिखने लगा है। मौसम विभाग ने नवंबर के दूसरे हफ्ते सर्दी बढ़ने का अनुमान जताया है। उत्तरी हवाओं के असर से भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन और दूसरे शहरों में रात के तापमान में गिरावट आएगी। नवंबर के पहले दिन पचमढ़ी सबसे सर्द रहा। यहां सीजन में पहली बार रात का तापमान 12.6 डिग्री पहुंच गया। उज्जैन, मंडला समेत 25 से ज्यादा शहरों में पारा 20 डिग्री से नीचे ही रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट होने लगती है। खासकर रातें ज्यादा सर्द हो जाती हैं। दूसरे सप्ताह में हवाओं का असर तेज होगा। इससे पारे में गिरावट आएगी। हालांकि, दिन में पारा 30 डिग्री के आसपास ही बना रहेगा। दिवाली की रात पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में तापमान 12.6 डिग्री दर्ज किया गया। मंडला में 15.6 डिग्री, मलाजखंड में 16.1 डिग्री, बैतूल में 16.5 डिग्री, राजगढ़ में 17.4 डिग्री, रीवा-रायसेन में 17.5 डिग्री, उमरिया में 17.8 डिग्री, छिंदवाड़ा में 18 डिग्री, टीकमगढ़ में 18.2 डिग्री, भोपाल-खंडवा में 18.4 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। जबकि खरगोन में 18.6 डिग्री, ग्वालियर-नर्मदापुरम में 18.8 डिग्री, जबलपुर, नौगांव, सिवनी-उज्जैन में 19 डिग्री, गुना-इंदौर में 19.4 डिग्री, खजुराहो-रतलाम में 19.5 डिग्री और धार-नर्मदापुरम में 19.8 डिग्री पहुंच गया।
गौरतलब है कि नवंबर में राजधानी में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार भी दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़केगा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था। इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।