फाजिल्का में एक ढाबे पर खा रहे लोगों के बीच एक विवाद उत्पन्न हो गया, जिसके परिणामस्वरूप तीन व्यक्तियों, जिनमें दो बैंक कर्मचारी भाई भी शामिल हैं, गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब ये तीनों एक विवाह समारोह से लौटते समय भिंडी नामक ढाबे पर खाना खाने के लिए रुके। घायलों को तुरंत फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनकी हालत की देखभाल की जा रही है। घायल बैंक मैनेजर, अंकुश, ने बताया कि वह अपने भाई कुणाल और एक दोस्त हनी के साथ यात्रा कर रहे थे जब यह घटना हुई।
खाना खाने के दौरान, वहां बैठे एक व्यक्ति को उल्टी आने लगी। अंकुश के अनुसार, उन्होंने उस व्यक्ति से कहा कि वह थोड़ा सा किनारे खड़े होकर उल्टी करें ताकि उनकी खाने की जगह प्रभावित न हो। इसी को लेकर बहस शुरू हुई, जो जल्दी ही एक गंभीर विवाद में बदल गई। अंकुश का कहना है कि कुछ ही देर में मामला हाथापाई तक पहुँच गया, जब अन्य लोग मौके पर आ पहुंचे। वे गाड़ियों में भरकर आए और उन पर अचानक हमला कर दिया। हमला इतना भयानक था कि अंकुश और उसके भाई पर शराब की बोतल से वार किया गया, और बाद में सड़क पर लेटाकर उनके साथ 15 से 20 लोगों ने पिटाई की।
घटना के दौरान उन्हें काफी चोटें आईं और उन पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया गया। चोटों के बाद, उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर उनकी हालत का जायजा ले रहे हैं। अंकुश और कुणाल दोनों ही पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत हैं, जबकि उनका मित्र चंडीगढ़ से आया हुआ था। यह घटना ने उनके लिए एक अप्रत्याशित संकट उत्पन्न कर दिया है, जिससे उनके परिवारों में चिंता का माहौल है।
इस घटना के संबंध में, फाजिल्का के सदर थाना के एसएचओ शिमला रानी से संपर्क किया गया, जिन्होंने पुष्टि की कि दोनों पक्षों में खाना खाने को लेकर विवाद हुआ था। उन्होंने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और यदि किसी पक्ष की गलती सिद्ध होती है, तो उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है और जिन लोगों ने इस घटना में भाग लिया, उनके खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। स्थानीय नागरिकों में इस घटना के प्रति गहरी चिंता है और वे चाहते हैं कि इस तरह की हिंसा का कोई स्थान न हो।
फाजिल्का में इस तरह की घटनाएं सामाजिक माहौल को प्रभावित कर सकती हैं, और सभी को चाहिए कि वे एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति और समझदारी का व्यवहार करें। ऐसी तनावपूर्ण स्थितियों से निपटने के लिए संवाद और सहिष्णुता सबसे महत्वपूर्ण हैं।