जालंधर में मामी-भांजे के रिश्ते का खुलासा होने पर हंगामा, भांजे का हमला!

पंजाब के जालंधर कैंट स्थित सोफी पिंड गांव में एक चिंताजनक घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति पर उसके भांजे द्वारा दोस्तों के साथ मिलकर हमला किया गया। घायल व्यक्ति जोगिंदर का कहना है कि इस हमले की वजह उसके भांजे के साथ उसकी पत्नी का कथित अवैध संबंध है। घटना के बाद जोगिंदर का इलाज जालंधर सिविल अस्पताल में चल रहा है जबकि दोनों पक्षों ने मामले को लेकर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

जोगिंदर ने विस्तार से बताया कि उसके भाई सुरिंदर को कोर्ट की तारीख की वजह से फगवाड़ा जाना पड़ा था। इसी दौरान उसने अपनी भाभी को फोन पर किसी से बात करते हुए देखा। जोगिंदर ने भाभी के फोन से नंबर निकालकर कॉल किया, जो उसके भांजे का निकला। इस कॉल पर दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद भांजे ने अपने मामा पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले की गंभीरता को देखते हुए जोगिंदर को तुरंत अस्पताल में भर्ती किया गया।

वहीं, जोगिंदर की पत्नी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया कि उनके पास दो बेटियां हैं और वे ऐसा कदापि नहीं कर सकतीं। महिला ने बताया कि उनकी शादी 14 वर्ष पहले हुई थी और तब से वे अपने परिवार के साथ गांव में रह रही हैं। उनका कहना है कि उनके पति को उनके खिलाफ भड़काया जा रहा है।

महिला ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने अपनी बात को समर्थन में रिकॉर्डिंग भी पेश की है, जो इस बात को सही साबित करती है कि आरोप निराधार हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे स्वयं अपने घायल पति को अस्पताल ले जा रही हैं और इस स्थिति का सामना कर रही हैं। जालंधर कैंट पुलिस परागपुर चौकी की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है, ताकि सही स्थिति का पता लगाया जा सके।

इस तरह की घटनाएं समाज में कई सवाल उठाती हैं, जैसे कि पारिवारिक रिश्तों में विश्वास का टूटना और घरेलू हिंसा की बढ़ती घटनाएं। जालंधर कैंट थाने के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे मामले की गंभीरता को समझते हैं और सभी तथ्यों की जाँच कर रहे हैं। इस मामले में दोनों पक्षों की बातें सुनकर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार को बल्कि पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। इसके प्रभावों का विश्लेषण करना जरूरी होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।