कपूरथला में पटाखा व्यापारी पर हमला: पत्नी-भांजे की पिटाई, रुपयों से भरा बैग लूटा!

पंजाब के कपूरथला जिले में स्थित सर्कुलर रोड पर एक भयावह घटना सामने आई है। बीती रात पटाखा मार्केट में एक पटाखा व्यापारी बलराम ढींगरा पर 15-20 अज्ञात लोगों का हमला हुआ। इस दौरान केवल बलराम ही नहीं, बल्कि उनके एक रिश्तेदार जसकरण को भी गंभीर चोटें आई हैं। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो इस क्रूरता को उजागर करता है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है।

पता चला है कि यह हमला दीपावली की शाम को शुरू हुआ। बलराम ने बताया कि कुछ लोग उसके स्टॉल पर पटाखे खरीदने आए थे। उन्होंने अपने खरीदारी के लिए कुछ नोट दिए, जिनमें से दो संदिग्ध लगे। जब बलराम ने उनसे उन नोटों को बदलने के लिए कहा, तो वे झगड़ने लगे। उस समय वहां मौजूद कुछ लोगों ने मामले को शांत किया, लेकिन इस घटना का बदला लेने के लिए वे बाद में अपने साथियों के साथ लौटे। रात लगभग 11 बजे उन लोगों ने बलराम और जसकरण पर जान लेते हुए हमला किया, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं। दोनों को तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इस हमले की विशेष बात यह है कि बलराम की गर्भवती पत्नी पर भी उन अज्ञात हमलावरों ने हमला किया था, जो इस घटना को और भी दिल दहला देने वाला बनाता है। बलराम ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने उनके पैसे का बैग भी छीन लिया, जिसमें दीपावली के लिए पटाखों की बिक्री से संबंधित पैसे शामिल थे। इस हमले से न केवल बलराम की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा है, बल्कि उसके परिवार का भी सुरक्षा का भाव कमजोर हुआ है।

पुलिस ने इस मामले की सूचना मिलीते ही डीएसपी सब-डिविजन दीपकरण सिंह को अवगत कराया गया। सिटी थाना SHO मनजीत सिंह ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक जांच शुरू कर दी। शुरुआत की पूछताछ के बाद पुलिस ने हमलावरों की पहचान करने में सफलतापूर्वक कदम उठाए हैं। मनजीत सिंह ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और हमलावरों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

इस घटना ने कपूरथला जिला के व्यापारियों के बीच असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। व्यापारी बलराम ने इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसे हमलों से बचा जा सके। हर दीपावली के मौके पर पटाखा बाजारों में हो रही इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि शहर में दीwali का उत्सव खुशी और मजबूती के साथ मनाया जा सके।