नारनौलः भारत के विकास में मील का पत्थर साबित होगी नई शिक्षा नीतिः टंकेश्वर कुमार
-हकेवि में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 अभिविन्यास एवं संवेदीकरण की हुई शुरूआत
नारनाैल, 21 नवंबर (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 अभिविन्यास एवं संवेदीकरण पर केंद्रित आठ दिवसीय ऑनलाइन संकाय संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ गुरूवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार के द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। एनईपी 2020 विद्यार्थियों के बीच उद्यमिता और व्यावसायिक कौशल के विकास को महत्व देती है।
कुलपति ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पाठ्यक्रम के प्रारूप और विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्यक्रमों और डिग्रियों के स्तर पर परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए बहु, प्रवेश और निकास प्रणाली से होने वाले लाभ पर भी प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि इस नीति को सिर्फ समझना ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि क्रियान्वयन और कार्यान्वयन पर विशेष जोर देना होगा। एमएमटीटीसी-हकेवि के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार ने कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम का समन्वय शिक्षा विभाग के डॉ. देवेन्द्र कुमार और डॉ. चांदवीर द्वारा किया जा रहा है। आयोजन के पहले दिन विशेषज्ञ वक्ता के रूप् में प्रोफेसर एसके यादव, पूर्व प्रमुख, अध्यापक शिक्षा विभाग, एनसीईआरटी नई दिल्ली मौजूद रहे। उन्होंने प्रतिभागियों को उच्च शिक्षा और समाज विषय पर संबोधित किया। इस आयोजन में 12 राज्यों और 35 विश्वविद्यालयों से कुल 95 प्रतिभागीयो ने पंजीकरण किया है।
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