पंजाब में ठंडी हवा ने बढ़ाई समस्या: चंडीगढ़ की विषैली हवा का स्तर खतरनाक!

पंजाब में ठंड का मौसम दस्तक दे चुका है। सुबह और शाम के समय तापमान में कमी के साथ-साथ, दिन के समय भी तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान में 0.3 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। इस समय राज्य का सबसे गर्म जिला फाजिल्का रहा, जहां तापमान 33.2 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि अन्य जिलों का तापमान इस से नीचे ही रहा। खास बात यह है कि मौसम विभाग द्वारा आज बारिश या अन्य मौसमी घटनाओं का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।

हालांकि, पराली जलाने के కొత్త मामले बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में पराली जलाने के 286 नए मामलों की रिपोर्ट आई है, जिसके परिणामस्वरूप वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गिरावट आ रही है। चंडीगढ़ का AQI पंजाब की तुलना में अधिक खराब स्थिति में है, जहां AQI स्तर 308 तक पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरे का संकेत है। मंडी गोबिंदगढ़ में भी AQI का स्तर गंभीर बताता है। यहां AQI 280 तक पहुंच गया है। बठिंडा (AQI 220), पटियाला (AQI 219), खन्ना (AQI 181) और लुधियाना (AQI 159) के साथ-साथ जालंधर (AQI 159) में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद राज्य सरकार ने पराली जलाने के मामलों में सख्त कदम उठाए हैं। 977 नोडल अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं, वहीं 56 अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कानूनी प्रक्रिया के तहत, पराली जलाने वाले 2111 लोगों के राजस्व रिकॉर्ड में रेड एंट्री दर्ज की गई है। अब तक 2711 मामलों में कार्रवाई की गई है, जिसमें 54.90 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जबकि 49.92 लाख रुपये की राशि वसूल की जा चुकी है।

पंजाब के बड़े शहरों में मंगलवार को तापमान के हालात भी कुछ इस प्रकार रहे। चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 30.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, अमृतसर में 29.2 डिग्री, जालंधर में 31.6 डिग्री, पटियाला में 31.0 डिग्री और मोहाली में 30.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन शहरों में सुबह के समय कोहरा और धुंध की छाया बनी रही, जिसकी वजह से तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखा गया।

मौसम के हालात में परिवर्तन आने की आशंका के बीच, पंजाब सरकार लोगों को सतर्क रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दे रही है। इसके साथ ही, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों के प्रति लोगों को जागरूक करने की भी आवश्यकता है, ताकि स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सके। सर्दियों में वायु प्रदूषण और स्वास्थ्य की समस्याओं से बचाव करने के लिए यह जरूरी है कि सभी संबंधित विभाग मिलकर काम करें और लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।