लुधियाना में पत्नी ने पति का किया कत्ल! अवैध संबंधों ने लील ली जान, प्लॉट में मिला शव

लुधियाना में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां एक पत्नी ने अपने पति की तेजधार हथियार से हत्या कर दी। यह मामला उस समय सामने आया जब आरोपी पत्नी ने अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ मिलकर पति के शव को एक खाली प्लॉट में फेंक दिया। इस मामले की जानकारी तब मिली जब किसी राहगीर ने उस प्लॉट में पड़े शव को देखा और शोर मचाया। सूचना मिलते ही थाना सदर की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि मृतक का नाम पवन कुमार था और उसकी उम्र 38 वर्ष थी। वह पेशे से ड्राइवर था और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उदयपुर गाँव का निवासी था। पवन ने लुधियाना में गिल रोड पर किराए के मकान में निवास किया था। शव मिलने का समय रात करीब 10 बजे का था, जब पुलिस को सूचना मिली और वह घटनास्थल पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने वहां के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मृतक के पड़ोसियों से जानकारी इकट्ठा की।

जांच के दौरान पता चला कि पवन के अवैध संबंध किसी महिला के साथ थे। इसी बात से नाराज उसकी पत्नी ने अपने परिजनों के संग मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई। रिपोर्ट के अनुसार, पवन की हत्या के बाद शव को मलेरकोटला रोड पर एक खाली प्लॉट में फेंक दिया गया और इसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।

पुलिस का यह भी कहना है कि इस मामले में विस्तार से जानकारी आज की प्रेस वार्ता में दी जाएगी। इस कांड ने न केवल परिवार के सदस्यों को बल्कि पूरे समाज को भी हिला कर रख दिया है। यह घटना घरेलू विवाद और आपसी संबंधों के जटिल पहलुओं को उजागर करती है। ऐसे में पुलिस की कार्रवाई पर सभी की नजर होगी, ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। समाज में चल रही इस प्रकार की समस्याओं के खिलाफ सख्त कदम उठाना अत्यावश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएं न हों।

इस पूरे मामले में और भी तथ्य सामने आ सकते हैं, जिनकी खोजबीन के लिए पुलिस लगातार जांच कर रही है। एक ओर जहां यह मामला हत्या का है, वहीं दूसरी ओर यह घरेलू झगड़े और संबंधों का भी गंभीर पहलू प्रकट करता है। हर किसी को यह समझना चाहिए कि किसी भी समस्या का हल हिंसा में नहीं, बल्कि संवाद और समझदारी से ही संभव है। पुलिस की कार्रवाई इस बात की पुष्टि करती है कि कानून किसी भी व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिए तत्पर है।