पंजाब के लुधियाना स्थित गुरु नानक स्टेडियम में एक दुखद घटना घटित हुई, जहां एक अनुभवी एथलीट वरिंदर सिंह की अचानक मौत हो गई। 54 वर्षीय वरिंदर, जो कि जालंधर के निवासी थे, “खेड़ां वतन पंजाब दियां” सीजन-3 प्रतियोगिता में भाग लेने आए थे। घटना उस समय हुई, जब वरिंदर अपने दोस्तों के साथ फोन पर बातचीत कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने फोन अपनी जेब में रखा, अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे वह मैदान पर गिर पड़े। हालांकि उनके आसपास अन्य खिलाड़ी उनकी मदद के लिए आए, लेकिन तब तक उनकी जान जा चुकी थी।
बीते सोमवार को लुधियाना समेत पंजाब के पांच जिलों में इस प्रतियोगिता की शुरुआत हुई थी, जिसमें एथलेटिक्स, बेसबॉल, किकबॉक्सिंग, और लॉन टेनिस जैसे विविध खेल शामिल थे। ये खेल युवा और वरिष्ठ दोनों वर्ग के एथलीटों द्वारा खेली जा रही हैं और यह आयोजन 9 नवंबर तक चलेगा। प्रतियोगिताओं का आयोजन गुरु नानक स्टेडियम, मल्टीपर्पज हॉल, गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल गिल, और हार्वेस्ट लॉन टेनिस अकादमी जस्सोवाल में हो रहा है।
वरिंदर सिंह, जो कि एक लंबी कूद के खिलाड़ी थे, ने अपने खेल प्रदर्शन को दोपहर 3 बजे के करीब पूरा किया और अन्य एथलीटों को देखते रहे। कोच बिक्रमजीत सिंह के अनुसार, जब वरिंदर अचानक गिर पड़े, तब वहां पर एक मेडिकल टीम भी मौजूद थी। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
एथलिट कोच संजीव शर्मा ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वरिंदर खेल में नियमित रूप से भाग लेते थे। उन्होंने पिछले साल भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया था। वरिंदर के साथी एथलीटों ने तुरंत उनके परिवार को सूचित किया, और उनकी पत्नी तथा बेटा शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके गृहनगर जालंधर ले गए। वरिंदर की बेटी विदेश में डॉक्टर की पढ़ाई कर रही है, जबकि उनका बेटा जालंधर के एक कॉलेज में इंजीनियरिंग कर रहा है। वरिंदर खुद एक प्राइवेट कंपनी में मानव संसाधन विभाग में कार्यरत थे।
यह घटना खेलों के प्रति समर्पित एथलीटों के लिए एक गहरा आघात है। उनकी जीवन यात्रा और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को सभी ने सराहा था। आज का दिन उनके परिवार के लिए बेहद कठिन है, और यह घटना पंजाब के खेल समुदाय में भी एक रिक्तता छोड़ गई है। सभी एथलीटों, कोचों, और प्रशंसकों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए अपनी प्रार्थनाएं भेजी हैं।