पंजाब यूनिवर्सिटी होस्टल में ड्रग्स ओवरडोज से छात्र की मौत, पुलिस ने दो पकड़े!

पंजाब यूनिवर्सिटी के बॉयज हॉस्टल नंबर 7 में एक गंभीर घटना घटित हुई है, जिसमें विकास नाम के एक छात्र की ड्रग्स की ओवरडोज से मृत्यु हो गई। यह घटना रविवार रात की है, जब विकास एक दोस्त से मिलने हॉस्टल आया था। चंडीगढ़ पुलिस द्वारा किए गए जांच में यह सामने आया कि विकास को ड्रग्स देने वाले दो युवकों — आर्यन प्रभात और परीक्षित कौशल — को गिरफ्तार किया गया है। आर्यन कुल्लू का निवासी है, जबकि परीक्षित शिमला का रहने वाला है।

पुलिस की जांच में यह बात स्पष्ट हुई है कि आरोपियों ने विकास के साथ मिलकर हॉस्टल के कमरे नंबर 93 में ड्रग्स का सेवन किया था। विकास ने अत्यधिक मात्रा में ड्रग्स ले ली, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसे उसके दोस्तों ने बाद में सेक्टर 16 के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

इस घटना के बाद से यूनिवर्सिटी प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। चंडीगढ़ पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी लोग कैसे यूनिवर्सिटी परिसर में प्रवेश कर पाए। क्या उनकी एंट्री रजिस्ट्रेशन में दर्ज थी, या यह सुरक्षा प्रणाली में कोई चूक है? ऐसे सवाल छात्रों और उनके परिवारों के मन में उठ रहे हैं, जिन्होंने इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर चिंताओं को व्यक्त किया है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने पूरी तरह से जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की सूचना को खंगालना शुरू कर दिया है और यूनिवर्सिटी के वार्डन तथा अन्य छात्रों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों से की जा रही पूछताछ के दौरान यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उन्होंने ड्रग्स को किस स्थान से प्राप्त किया और यह ड्रग्स का नेटवर्क कैसे कार्य करता था।

पुलिस का मानना है कि इस मामले में आगे और भी मामलों का खुलासा हो सकता है। चंडीगढ़ पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि आगामी दिनों में स्थिति स्पष्ट होगी और संदिग्धों के संलिप्तता का विस्तृत विवरण सामने आएगा। इस प्रकार की घटनाओं ने छात्रों के बीच बड़े सवाल खड़े किए हैं, जिनका विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ध्यान रखने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।