रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिकी समकक्ष से मिले, जेट इंजन पर बढ़ेगी बात
-दोनों पक्षों ने अमेरिका-भारत रक्षा औद्योगिक सहयोग के अंतर्गत की गई उल्लेखनीय प्रगति को मान्यता दी
नई दिल्ली, 21 नवंबर (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को लाओ पीडीआर के वियनतियाने में 11वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक (एडीएमएम)-प्लस के दौरान अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने परिचालन समन्वय, सूचना-साझाकरण और औद्योगिक नवाचार में वृद्धि के आधार पर भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी से हासिल की गई प्रगति की सराहना की। दोनों पक्षों ने जेट इंजन, युद्ध सामग्री और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम के लिए प्राथमिकता वाले सह-उत्पादन व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए चल रहे सहयोग सहित अमेरिका-भारत रक्षा औद्योगिक सहयोग रोडमैप के तहत की गई उल्लेखनीय प्रगति को मान्यता दी।
बैठक में राजनाथ सिंह ने अगस्त 2024 में अमेरिका की अपनी हाल की सफल यात्रा को याद किया, जिसमें दो महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों, आपूर्ति सुरक्षा समझौता (एसओएसए) और संपर्क अधिकारियों की तैनाती के बारे में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे। दोनों पक्षों ने स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत को बनाए रखने के लिए सैन्य साझेदारी और अंतर-संचालन को सुदृढ़ करने के लिए चल रहे प्रयासों का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 21 सितंबर, 2024 को आयोजित सफल क्वाड शिखर सम्मेलन की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए राजनाथ सिंह ने दोनों पक्षों को सहमत परिणामों पर एक साथ काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण इको-सिस्टम द्वारा बढ़ावा दिए गए दोनों सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच बढ़ते रक्षा नवाचार सहयोग के समर्थन की पुष्टि की ताकि उन्हें अधिक संयुक्त चुनौतियां, वित्त पोषण के अवसर और दृश्यता प्रदान की जा सके। दोनों पक्षों ने रणनीतिक हितों के लिए बढ़ते अभिसरण और भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को बढ़ाने के माध्यम से पिछले ढाई वर्षों में हासिल की गई गति को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। रक्षा मंत्री ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को सुदृढ़ और विस्तारित करने के लिए उनके समृद्ध और स्थायी योगदान के लिए अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन के प्रति आभार व्यक्त किया।
राजनाथ सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में विदेश मंत्री लॉयड ऑस्टिन को भारत का उत्कृष्ट मित्र बताया, जिनका भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को मजबूत करने में योगदान अनुकरणीय रहा है। उन्होंने उनके भविष्य के सभी प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
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