पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर के थाना बहाव वाला क्षेत्र में पुलिस ने कल शाम गश्त के दौरान नशीले पदार्थों की तस्करी के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 30 किलो पोस्त बरामद किया गया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान विजय और मलकीत के रूप में हुई है, जो दोनों बेरोजगार हैं और इस अवैध धंधे के जरिए अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे।
गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक गुरमीत सिंह अपनी टीम के साथ गांव नारायणपुरा लिंक रोड पर गश्त पर थे, तभी उन्होंने देखा कि दो युवक, जो हाथ में प्लास्टिक के गट्टे लिए हुए थे, पुलिस को देखते ही घबरा गए। घबड़ाहट में दोनों युवकों ने कट्टे फेंककर भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। जब पुलिस ने कट्टों की तलाशी ली, तो 30 किलो पोस्त बरामद किया गया, जो नशे के कारोबार के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
गिरफ्तार किए गए युवकों को आज अदालत में पेश किया गया, जहां से पुलिस को दो दिन का रिमांड मिला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब इनसे गहन पूछताछ की जाएगी। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया कि ये युवक राजस्थान से सस्ते दामों पर पोस्त खरीदकर इसे महंगे दामों पर बेचने के लिए स्थानीय बाजार में लाते थे। दोनों लंबे समय से इस अवैध व्यापार में संलग्न थे, और मलकीत का नाम पहले भी कई आपराधिक मामलों में सामने आ चुका है।
इस घटना ने नशा तस्करी की गंभीर समस्या को उजागर किया है, जो न केवल युवा वर्ग बल्कि पूरे समाज के लिए खतरा बनता जा रहा है। प्रशासन द्वारा इस तरह की संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार के अवैध धंधों पर लगाम लगाने के लिए प्रभावी उपाय किए जा सकें। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि वे नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अंत में, यह घटना मनोरोगी और सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। उम्मीद की जाती है कि इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने के लिए और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे, ताकि युवा पीढ़ी नशे के इस जाल में फंसने से बच सके। पुलिस और स्थानीय समुदाय को मिलकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि इस समस्या का समाधान ढूंढा जा सके और समाज को एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान किया जा सके।