चंडीगढ़ में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहाँ चाकू के हमले में एक पिता की जान चली गई। यह मामला तब घटित हुआ जब शुभम नामक युवक अपनी बेटी के छठे जन्मदिन की पार्टी के बाद कुछ दोस्तों के साथ बाहर निकला। घटना देर रात करीब 10 बजे के आसपास सेक्टर-25 में हुई, जहाँ मामूली सी बहस के बाद चार युवकों ने शुभम पर हमला कर दिया। इस हमले में शुभम की छाती पर चाकू से वार किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। तीन अन्य मित्र, जिनमें भरत, साहिल और गोल्डी शामिल हैं, भी गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं।
शुभम की बेटी प्रियांशी के जन्मदिन के अवसर पर यह पार्टी आयोजित की गई थी। पार्टी के संचालन के बाद, शुभम और उसके मित्र जब बाहर निकले, तभी बिंदर, दीप, गोलू मुखबिर और कैटी ने उन पर अचानक हमला कर दिया। शुभम को तुरंत सेक्टर-16 के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, उसके एक मित्र गोल्डी की स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि उसे पीजीआईएमईआर में रेफर करना पड़ा।
मृतक शुभम के परिजनों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। उनके अनुसार, क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों को लेकर वे चिंतित हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की गश्त और निगरानी नाकाफी हैं, जिससे इस तरह की घटनाएं घट रही हैं। मृतक के परिवार ने न्याय की भी पुकार लगाई है और उन्होंने आरोपियों को सख्त सजा देने की अपील की है।
पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। डीएसपी उदयपाल ने बताया कि इस हत्या की पूरी घटना की जांच हो रही है और परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने यकीन दिलाया कि जल्द ही हत्या में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। यह घटना न केवल चंडीगढ़ अंतर्गत सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा करती है, बल्कि इसे लेकर स्थानीय निवासियों में भी गहरा असंतोष है।
समाज से जुड़ी ऐसी घटनाएँ हमें यह याद दिलाती हैं कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना कितना आवश्यक है। लोगों को अपनी जिंदगी जीने के लिए सुरक्षित माहौल की आवश्यकता होती है और इस प्रकार की हिंसात्मक वारदातें स्थानीय समुदाय को निरंतर चिंता में डालती हैं। इसे देखते हुए समाज के हर वर्ग को आपसी बातचीत और संवाद के जरिए आपसी मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।