चंडीगढ़ में हाल ही में हुए एक बम धमाके से पहले के घटनाक्रम ने पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग प्रदान किए हैं। आरोपियों ने वारदात से एक दिन पहले खरड़ में अपने एक दोस्त के पास ठहराव लिया था और धमाके से तीन घंटे पहले इन्होंने विशेष रूप से सैविला और डी ओरा क्लब की रेकी की थी। आरोपियों को विशेष निर्देश दिए गए थे, जिसमें क्लब की तस्वीरें भेजी गई थी ताकि वे पहचान सकें कि उनका लक्ष्य क्या है। इसके बाद, बाइक पर चंडीगढ़ पहुंचकर आरोपियों ने एक बार फिर से क्लब की स्थिति का निरीक्षण किया।
रणदीप मालिक, जो कि इस साजिश से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों में से एक है, ने आरोपियों को मोबाइल फोन बंद करने के लिए कहा जिससे कि उनकी गतिविधियों पर किसी की नजर न पड़े। हालांकि, उनके बीच हुई महत्वपूर्ण बातचीत पुलिस के हाथ लग गई। इस बातचीत में यह स्पष्ट था कि गोल्डी भाई की अनुमति के बाद ही वारदात को अंजाम दिया जाना था। इस संदर्भ में पुलिस को तब भी एक सुराग मिला जब उन्होंने यह पता लगाया कि रणदीप ने उनके फोन बंद कराने का आदेश दिया था।
साथ ही, पुलिस ने यह भी पता लगाया है कि आरोपी राजस्थान भागने की योजना बना रहे थे, जब पुलिस ने उन पर शिकंजा कसा। यह जानकारी मिली है कि रणदीप मालिक जींद के सफीदों का निवासी है और उसके खिलाफ पूर्व में मारपीट और धमकी के मामले दर्ज हैं। कांटेक्ट की जांच में पुलिस रणदीप और गोल्डी बराड के बीच संबंधों को समझने की कोशिश कर रही है।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने पोस्टर के नीचे रखे बम की सहायता ली थी। रणदीप मालिक ने कुरुक्षेत्र बस स्टैंड के पास स्थित 112 नंबर के पोस्टर के नीचे से बम उठाने के लिए आरोपियों को निर्देशित किया था। बम के साथ चंडीगढ़ के लिए रास्ता लेते हुए, वे एक योजना के तहत आगे बढ़े। पुलिस ने इस दौरान इस्तेमाल की गई स्पलेंडर बाइक को सैनीमाजरा टोल के पास से बरामद कर लिया है। यह बाइक रणदीप ने उन्हें हिसार से चंडीगढ़ आते समय उपलब्ध करवाई थी।
पुलिस अगले कदम के रूप में i20 कार चालक से पूछताछ करेगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि क्या उसने वारदात में आरोपियों की सहायता की थी। उधर, CCTV फुटेज भी इस मामले में एक महत्वपूर्ण सुराग साबित हो सकता है, जिससे पुलिस को आरोपियों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इन सभी घटनाओं से यह स्पष्ट है कि पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है, जिससे जांच में तेजी आएगी और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।