चंडीगढ़ में औजला का धमाकेदार कॉन्सर्ट: ट्रैफिक और सुरक्षा के सख्त निर्देश!

चंडीगढ़ के सेक्टर 34 स्थित एग्जीबिशन ग्राउंड में आगामी 7 दिसंबर 2024 को होने वाले करण औजला के लाइव कॉन्सर्ट के लिए ट्रैफिक पुलिस ने यातायात प्रबंधन और दिशा-निर्देशों की एक संपूर्ण योजना तैयार की है। दर्शकों की संख्या के भारी अनुमान को देखते हुए सुरक्षा मानकों के तहत विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। पार्किंग को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं, ताकि सभी दर्शक सुविधा से अपने वाहन पार्क कर सकें। वीवीआईपी टिकट धारक के लिए काला, ग्रे, भूरा, सफेद और गुलाबी कलाई बैंड दिए गए हैं, जिनके लिए सेक्टर 34 मेला ग्राउंड में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसी तरह, फैन पिट और वीआईपी टिकट धारकों के प्रत्येक समूह को अलग-अलग रंगों के कलाई बैंड के अनुसार पार्किंग स्थान उपलब्ध होंगे।

इसके अलावा, सामान्य दर्शकों के लिए पीला कलाई बैंड जारी किया जाएगा, जिनके लिए सेक्टर 17 के मल्टी-लेवल पार्किंग में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके बावजूद, कॉन्सर्ट स्थल तक पहुँचने के लिए शटल बस सेवा भी प्रदान की जाएगी, जो सेक्टर 17 पार्किंग से प्रदर्शनी ग्राउंड तक चलेगी। यातायात नियमों के अनुसार, शाम 5:00 बजे से 10:00 बजे तक 33/34 लाइट पॉइंट से पोल्का टर्न और 34/35 लाइट पॉइंट तक केवल कॉन्सर्ट के टिकटधारकों को ही अनुमति दी जाएगी, जबकि अन्य वाहनों को अलग-अलग रास्तों पर divert किया जाएगा।

हालांकि, इस कार्यक्रम को लेकर विवाद भी उठ खड़ा हुआ है। एडवोकेट उज्जवल भसीन ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और आबकारी विभाग से औपचारिक शिकायत की है। इसमें उन्होंने चिंता जताई है कि नाबालिगों को कार्यक्रम में शराब परोसा जा सकता है, जो आबकारी नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। इसके अलावा, आयोजकों पर आरोप लगाया गया है कि वह ई-सिगरेट और अन्य नशीले पदार्थों के उपयोग के लिए भी जिम्मेदार हो सकते हैं। उन्होंने विशेष निगरानी की मांग की है, जिससे नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

इस विवाद के बीच, ध्वनि प्रदूषण पर भी शिकायत की गई है। यह आशंका जताई गई है कि कार्यक्रम के दौरान उत्पन्न ध्वनि 45 डीबी की सीमा से अधिक जा सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। शिकायतकर्ता ने सीपीसीबी और चंडीगढ़ प्रशासन से अपील की है कि वे कार्यक्रम के दौरान ध्वनि प्रदूषण की निगरानी करने के लिए एक विशेष टीम बनाएं और आयोजकों को नियमों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराएं।

इस तरह, न केवल इस कॉन्सर्ट के सफल आयोजन के लिए तैयारियां चल रही हैं, बल्कि संबंधित प्राधिकरणों को भी सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों का सामना करना होगा। अब देखना यह है कि इन शिकायतों के जवाब में संबंधित विभाग कितनी सक्रियता से कार्य करते हैं और कार्यक्रम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाते हैं।