हिसार : गुरु रविदास महासभा ने केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ किया प्रदर्शन
दलित समाज ने अमित शाह के पुतले को फांसी पर लटकाकर जताया विरोध हिसार, 22 दिसंबर (हि.स.)। सिरसा बाईपास स्थित संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास महासभा की ओर से संसद भवन में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान करने पर कड़ा विरोध जताया गया। गृहमंत्री अमित शाह और उनके बचाव में उतरे चिराग पासवान व अर्जुन राम मेघवाल के खिलाफ रविवार को गुरू रविदास चौक पर विरोध प्रदर्शन जताते हुए तीनों के पुतलों को फांसी देकर उनका पुतला दहन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दलित पिछड़े वर्ग के लोग शामिल हुए। उपस्थित सभी लोगों ने डॉ. अंबेडकर के सम्मान और भारतीय संविधान की रक्षा का संकल्प लिया साथ ही भाजपा सरकार की नीतियों और आरएसएस की विचारधारा की कड़ी निंदा की। गुरु रविदास महासभा के प्रधान एसपी चालिया ने मोदी सरकार और आरएसएस को कोसते हुए कहा कि डाक्टर अंबेडकर और भारतीय संविधान का अपमान किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डॉ. अंबेडकर के आदर्शों और उनके द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा के लिए दलित समाज पूरी तरह एकजुट है। यह विरोध प्रदर्शन उन्हीं आदर्शों की रक्षा के लिए है। कार्यक्रम के दौरान ‘जय भीम’ और ‘संविधान बचाओ’ के नारे लगाए गए। विरोध का उद्देश्य समाज को जागरूक करना और संविधान की गरिमा को बनाए रखना था। प्रधान एसपी चालिया ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए सभी राजनीतिक दलों को कहा कि जो दल डॉ. अंबेडकर को अपमानित करने के मुद्दे पर चुप है ऐसे दल अपनी राजनीतिक मौत ख़ुद मर जाएंगे। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अंबेडकर का अपमान करने वाले देश के गृहमंत्री को तत्काल पूरे देश से माफ़ी मांगनी चाहिए वहीं पीएम मोदी अमित शाह को बर्खास्त करें। इस अवसर पर एडवोकेट बजरंग इंदल, डाक्टर मनोज, वजीर सिंह मुवाल, डॉ. जगदीश मुवाल, शंकरलाल राठी, राजेश ग्रेवाल, राजपाल मेहरा, महाबीर सरपंच, अभेराम अलहान, नरेश उमरा, पूनम रानी, रघुबीर सिंह सुंडा, सतवीर सिंह सभरवाल, कश्मीरी लाल, जगदीश बोद्ध, दलबीर उमरा, रजनीश वर्मा, चतर सिंह मुवाल, सतीश धानिया, भतेरी देवी, कृष्णा देवी, उर्मिल दहिया, वजीर सिंह, पृथ्वी सिंह बागड़, राजबीर सिंह नाफरिया, धर्मा नंबरदार और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।