पंजाब की जेल से गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के टीवी इंटरव्यू को लेकर सुनवाई अब 3 तारीख को होगी। इस मौके पर पंजाब सरकार अपनी तरफ से स्थिति स्पष्ट करने के लिए एक जवाब पेश करेगी। अदालत का ध्यान इस बात पर केंद्रित होगा कि साक्षात्कार के मामले में तत्कालीन एसएसपी के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं। पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने यह सवाल उठाया था कि अधिकारी की रक्षा क्यों की जा रही है। इस पर सरकारी वकील ने कहा कि अधिकारी को शो कॉज नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अदालत ने इस जवाब को संदेह की दृष्टि से देखा और संतुष्ट नहीं हुई।
लारेंस का यह पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को प्रसारित हुआ, जिसमें उसने सिद्धू मूसेवाला का हत्या करवाने की बात स्वीकार की। मुसीबत के दौरान लारेंस ने कहा कि मूसेवाला गैंगवार में प्रवेश कर गया था और उसके कॉलेज के दोस्त विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में भी मूसेवाला की भागीदारी थी, जिसके चलते उसे मारने का निर्णय लिया गया। विशेष जांच दल (SIT) की रिपोर्ट के अनुसार, लारेंस ने यह बातचीत सीआईए की हिरासत में की थी। इसके बाद लारेंस ने एक और इंटरव्यू दिया, जिसमें उसने यह बताने की कोशिश की कि उसे अपने बैरक से भी कॉल करने का मौका कैसे मिलता है।
दूसरे इंटरव्यू में लारेंस ने जेल के अंदर से अपनी वार्तालाप करने का प्रमाण प्रस्तुत किया। उसने उल्लेख किया कि उसकी बैरक में मोबाइल फोन कैसे पहुंचता है। इसके अनुसार, रात के समय जेल के गार्ड कम आते हैं, जिससे उसे कॉल करने में आसानी होती है। लारेंस ने यहां तक कहा कि मोबाइल फोन बाहर से फेंके जाते हैं और कभी-कभी जेल का स्टाफ उन्हें पकड़ लेता है, लेकिन अधिकतर मामलों में ये मोबाइल उसके पास पहुंच जाते हैं।
पंजाब पुलिस की ओर से पहले साक्षात्कार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसमें विभिन्न रैंक के अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिनमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल तक के कर्मचारी शामिल हैं। जबकि दूसरे इंटरीव्यू की जांच राजस्थान पुलिस कर रही है। गैंगस्टर लारेंस के दो इंटरव्यू सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए थे। पहले इंटरव्यू का आयोजन 3 और 4 सितंबर 2023 को हुआ था, जबकि दूसरा राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में रिकॉर्ड किया गया था।
गैंगस्टर लारेंस के इन इंटरव्यूज के बाद पंजाब पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठे थे। इस पर पंजाब के DGP गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि लारेंस के इंटरव्यू पंजाब की किसी भी जेल से नहीं हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लारेंस जब बठिंडा जेल में लाया गया तो उसके बाल कटे हुए थे और दाढ़ी-मूछ स्पष्ट रूप से नदारद थी। ऐसे में यह मामला न केवल सरकारी निरंकुशता बल्कि सुरक्षा व्यवस्था की कमी की ओर भी इशारा करता है।