शीतकालीन सत्र के दौरान चार दिन में 16 घंटे 15 मिनट चली विधान सभा : सतीश महाना

शीतकालीन सत्र के दौरान चार दिन में 16 घंटे 15 मिनट चली विधान सभा : सतीश महाना

-जबकि स्थगन रहित सदन की कार्यवाही कुल 13 घंटे 52 मिनट तक ही चली

लखनऊ, 20 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के वर्ष 2024 के तृतीय सत्र में कुल चार उपवेशन (दिन) हुए। इन चार दिनों में विधान सभा की कुल समयावधि 16 घंटे 15 मिनट रही। इसमें सदन की कार्यवाही 2 घंटे 23 मिनट तक स्थगित रही। जबकि स्थगन रहित सदन की कार्यवाही कुल 13 घंटे 52 मिनट तक चली। सत्र 16 दिसंबर से प्रारंभ होकर 19 दिसंबर तक चला है।

विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने शुक्रवार को बताया कि 18वीं विधानसभा के सत्र में नियम-300 के अंतर्गत प्रथम सत्र में प्राप्त सूचनाओं की संख्या 7 रही। उनमें से 3 सूचनाओं को सुनकर ग्राह्य किया गया। द्वितीय सत्र में 16 सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिनमें से 2 ग्राह्य की गईं। तृतीय सत्र में कुल 11 सूचनाएं प्राप्त हुईं। उनमें से 3 ग्राह्य की गईं। कुल मिलाकर, वर्ष 2024 के तीनों सत्रों में 34 सूचनाओं में से 8 सूचनाओं को सुनकर ग्राह्य किया गया।

नियम-301 के तहत प्रथम सत्र में प्राप्त 381 सूचनाओं में से 273 स्वीकृत और 108 अस्वीकृत रहीं। द्वितीय सत्र में 358 सूचनाओं में से 197 स्वीकृत और 161 अस्वीकृत रहीं। तृतीय सत्र में 315 सूचनाओं में से 226 स्वीकृत और 89 अस्वीकृत रहीं।

सत्र के दौरान कुल 2809 प्रश्न प्राप्त हुए। उनमें 384 तारांकित और 1966 अतारांकित प्रश्न स्वीकृत हुए। उत्तरित तारांकित प्रश्नों की संख्या 78 और उत्तरित अतारांकित प्रश्नों की संख्या 768 रही। इनमें से 89.14 प्रतिशत प्रश्न (2504 प्रश्न) सदस्यों द्वारा ऑनलाइन प्राप्त हुए।

सत्रवार प्रश्नों के विवरण की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रथम सत्र में 75 तारांकित और 525 अतारांकित प्रश्न। द्वितीय सत्र में 75 तारांकित और 744 अतारांकित प्रश्न। तृतीय सत्र में 78 तारांकित और 768 अतारांकित प्रश्न आए। वर्ष 2024 में कुल 7446 प्रश्न प्राप्त हुए, जिनमें से 6478 (87%) प्रश्न ऑनलाइन प्राप्त हुए।

नियम-56 के अंतर्गत प्रथम सत्र में 54 सूचनाओं में से 10 ग्राह्यता हेतु सुनी गईं। द्वितीय सत्र में 29 सूचनाओं में से 7 ग्राह्यता हेतु सुनी गईं। तृतीय सत्र में 33 सूचनाओं में से 6 ग्राह्यता हेतु सुनी गईं।

नियम-103 के तहत प्रथम सत्र में कुल प्राप्त 14 प्रस्तावों में कोई भी प्रस्ताव ग्राह्य नहीं हुआ। द्वितीय सत्र में 28 प्रस्ताव प्राप्त हुए और सभी ग्राह्य हुए। तृतीय सत्र में 19 प्रस्ताव प्राप्त हुए और सभी ग्राह्य हुए।

वर्ष 2022-2024 के दौरान कुल 13248 याचिकाएं प्राप्त हुईं, जिनमें 7796 ग्राह्य, 2478 अग्राह्य, 2974 व्यपगत रहीं। नियम-51 के अंतर्गत 402 सूचनाएं प्राप्त हुईं। इनमें में 13 वक्तव्य, 15 केवल वक्तव्य, 182 ध्यानाकर्षण हेतु और 192 सूचनाएं अस्वीकृत रहीं।

वर्ष 2024 के तृतीय सत्र में कुल 12 विधेयक पास हुए

1. उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण निधि (संशोधन) विधेयक, 2024

2. उत्तर प्रदेश माल और सेवाकर (संशोधन) विधेयक, 2024

3. उत्तर प्रदेश जिला योजना समिति (संशोधन) विधेयक, 2024

4. उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2024

5. उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (छठवां संशोधन) विधेयक, 2024

6. उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) विधेयक, 2024

7. उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) विधेयक, 2024

8. उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक, 2024

9. उत्तर प्रदेश माल और सेवाकर (द्वितीय संशोधन) विधेयक, 2024

10. उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (संशोधन) विधेयक, 2024

11. उत्तर प्रदेश राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2024

12. उत्तर प्रदेश विनियोग (2024-2025 का द्वितीय अनुपूरक) विधेयक, 2024

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