मुक्तसर में एनआईए की ताबड़तोड़ रेड: आरोपी के सेल से पांच घंटे बाद मिला रहस्यमय बैग!

पंजाब के मुक्तसर जिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज सुबह एक बड़े ऑपरेशन के तहत एक जेल में बंद आरोपी के घर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई सुबह 5 बजे से लेकर 9 बजे तक चली और इसका उद्देश्य आरोपी अमनदीप से जुड़े नशे के मामलों की जांच करना था। अमनदीप, जो पहले से ही नाभा जेल में बंद है, पर टाडा सहित एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोप लगा है। एनआईए की टीम ने मलोट रोड बाइपास पर स्थित उनके घर पर जाकर जांच की।

छापेमारी में एनआईए के अधिकारियों ने अमनदीप के घर से एक बैग भी बरामद किया है, लेकिन इस बैग में क्या सामग्री है, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीम का मुख्य ध्यान अमनदीप के नशे के संबंधों और उसके द्वारा किए गए संभवित अपराधों की गहराई से जांच करना है। यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नशे के कारोबार से जुड़े नेटवर्क को तोड़ने के लिए की गई है।

मुक्तसर जिले में एनआईए की यह छापेमारी ऐसे समय में हुई है जब पंजाब राज्य नशे की समस्या से जूझ रहा है। राज्य में नशे के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, और एनआईए का यह कदम इस समस्या की गंभीरता को दर्शाता है। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि इस छापेमारी का उद्देश्य केवल अमनदीप का मामला नहीं है, बल्कि यह दोषियों और नशे के व्यापारियों के खिलाफ व्यापक कार्रवाई का हिस्सा है।

इस छापेमारी से स्थानीय लोगों में थोड़ी चर्चा का माहौल भी है। कुछ लोगों ने एनआईए के इस कदम का स्वागत किया, जबकि अन्य भयभीत हैं। उन्होंने कहा कि यदि एनआईए ऐसे कार्रवाई करती रहेगी, तो शायद अन्य अपराधियों में डर का माहौल बनेगा और नशे के कारोबार में कमी आएगी। यह स्थिति केवल अमनदीप के मामले तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यापक नशे के व्यापार को रोकने की दिशा में उठाया गया एक कदम है।

इन सब घटनाओं को देखते हुए, यह बात स्पष्ट हो जाती है कि केंद्र सरकार और एनआईए नशे की समस्या से निपटने के लिए गंभीर है। अमनदीप के साथ-साथ उसके अन्य रिश्तों और गठजोड़ों की जांच से यह लाभ होगा कि जो भी लोग इस घातक व्यापार में संलिप्त हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकेगी। इसी दिशा में कार्रवाई आगे बढ़ाते हुए, एनआईए देश में नशे के खिलाफ एक ठोस नीति अपनाने की कोशिश कर रही है।