लुधियाना के बुड्ढा दरिया में बढ़ती गंदगी को लेकर प्रशासन ने अब कठोर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। थाना डिवीजन नंबर 7 की पुलिस ने 8 डेयरी संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि वे अपने डेयरी के अपशिष्ट को सीधे बुड्ढा दरिया में फेंकते हैं, जिससे दरिया के पानी की गुणवत्ता खराब हो रही है। इन डेयरी संचालकों के खिलाफ उत्तरी भारत नहर और जल निकासी अधिनियम 1873 के तहत धारा 70(3), 70(5), और 70(12) के तहत कार्रवाई की गई है।
पुलिस ने जिन डेयरी संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज की है, उनमें सुरिंदर कुमार रौमी, धर्मा गुज्जर, मंगल डेयरी, बंटी डेयरी, मंगा सहगल, भूषण डेयरी, जोनी डेयरी, और सोनू डेयरी शामिल हैं। ये सभी ताजपुर रोड पर निवास करते हैं। इन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी भी कर रही है। जानकारी के अनुसार, इन डेयरी संचालकों ने अवैध रूप से अंडर ग्राउंड पाइप फिटिंग की थी, जिसके माध्यम से उनका अपशिष्ट सीधे बुड्ढा दरिया में डाला जा रहा था। इसकी जानकारी मिलने पर प्रशासन ने हाल ही में खुदाई करवाकर इन पाइपों को नष्ट कर दिया है।
बुड्ढा दरिया की स्वच्छता को लेकर सरकार विभिन्न प्रयास कर रही है। इसके तहत संत सींचेवाल की पहल पर कार सेवा भी शुरू की गई है, जिससे दरिया को साफ रखने में मदद मिल सके। प्रशासन का इरादा केवल डेयरी संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करना नहीं है, बल्कि उन डाइंग फैक्ट्रियों पर भी नज़र रखना है, जो सीधे संदूषित पानी को बुड्ढा दरिया में गिरा रही हैं। वर्तमान में प्रशासन उन फैक्ट्रियों की सूची भी तैयार करवा रहा है ताकि उन्हें भी उचित कार्रवाई का सामना करना पड़े।
इस प्रकार, लुधियाना का बुड्ढा दरिया स्वच्छता अभियान प्रशासन के लिए प्राथमिकता बन चुका है। इसका उद्देश्य न केवल जल की गुणवत्ता में सुधार लाना है, बल्कि आसपास के वातावरण को भी प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है। अब देखना यह है कि प्रशासन इन उपायों को किस तरह लागू करता है और क्या यह प्रयास बुड्ढा दरिया को स्वस्थ रखने में प्रभावी होंगे। यदि प्रशासन अपने इरादों में सच्चा है, तो आने वाले दिनों में बुड्ढा दरिया का नजारा बदलेगा और इसे प्रदूषण से मुक्त करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।