निकाय मंत्री रवजोत सिंह ने 10.61 करोड़ की परियोजना खोल दी, अलावलपुर बनेगा खूबसूरत गांव!

जालंधर जिले के अलावलपुर कस्बे में स्वच्छता सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने मंगलवार को 10.61 करोड़ रुपए की लागत की सीवरेज परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य अलावलपुर को पंजाब के सबसे स्वच्छ गांवों में से एक बनाना है, जिसके लिए लंबे समय से चल रहे सीवरेज और अपशिष्ट प्रबंधन संबंधी समस्याओं का उचित समाधान किया जाएगा। सभा में अपने संबोधन में मंत्री रवजोत सिंह ने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से गांव की जल व्यवस्थाओं में सुधार लाया जाएगा।

परियोजना के तहत, 10452 की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए, विभिन्न महत्वपूर्ण संरचनाएं बनाए जाएँगी। इसमें 896 मीटर लंबी इंटरसेप्टिंग सीवरेज लाइन, दो एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), एक मुख्य पंपिंग स्टेशन, 100 मीटर की राइजिंग लाइन, और एक स्क्रीनिंग चैंबर शामिल हैं। मंत्री ने बताया कि यह नई प्रणाली सुनिश्चित करेगी कि सभी अपशिष्ट जल को उचित तरीके से एसटीपी में उपचारित किया जाए, जिससे इसे सिंचाई के लिए पुनः उपयोग किया जा सके। इससे न केवल गांव का तालाब प्रदूषण मुक्त होगा, बल्कि आसपास के किसानों को भी लाभ मिलेगा।

मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने इस अवसर पर कहा कि राज्य के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न परियोजनाएँ लागू की जा रही हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है और पंजाब ने बुनियादी ढांचे के विकास में नए मानकों को स्थापित किया है। इस तरह की पहल सतत विकास की दिशा में राज्य की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

इस परियोजना की शुरुआत से ना केवल अलावलपुर के निवासियों को स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र के विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। स्वच्छ जल और प्रभावी जल प्रबंधन प्रणाली से न केवल ग्रामीण जीना आसान होगा, बल्कि यह आर्थिक विकास का भी मार्ग प्रशस्त करेगा। स्वच्छता को बढ़ावा देने से ग्रामीणों के जीवन में न केवल गुणवत्ता आएगी, बल्कि यह राज्य के अन्य गांवों को भी प्रेरित करेगा कि वे अपनी स्वच्छता सेवाओं में सुधार करें।

संक्षेप में, पंजाब सरकार की इस पहल को व्यापक रूप से सराहा जा रहा है। यह कदम न केवल अलावलपुर, बल्कि पूरे पंजाब के गांवों में स्वच्छता और बुनियादी ढांचे को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना न केवल पर्यावरणीय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करेगी, बल्कि विकास के नए आयाम भी खोलेगी।