बस्तर जिले के अंदरूनी इलाके चांदामेटा तक बनी सड़कों से सुगम हुआ आवागमन
जगदलपुर, 24 दिसंबर (हि.स.)। बस्तर जिले के दरभा विकासखण्ड अंतर्गत अंदरूनी संवेदनशील नक्सल प्रभाावित कोलेंग से चांदामेटा तक पक्की डामरीकृत सड़क निर्मित किया गया है। जिससे इस क्षेत्र के बड़ी आबादी को बारहमासी सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो रही है। साथ ही ग्रामीणों एवं किसानों को वनोपज एवं कृषि उत्पाद हाट-बाजार तक पहुंचाने में सहूलियत मिल रही है। वहीं स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए उक्त सड़क सहायक साबित हो रही है।
वस्तुतः इस सड़क के निर्माण से उक्त दूरस्थ संवेदनशील क्षेत्र के कई मजरे-टोले विकास की मुख्य धारा में जुड़ चुके हैं। जिले में प्रशासन गांव की ओर पहुंच से वनांचल क्षेत्रों में कई पुल-पुलिया का निर्माण किया गया है। जिसके तहत कटेनार से कोयकीमारी मार्ग में डेढ़ मीटर पुलिया निर्माण, गडियापारा चंदेला रोड पर 6 मीटर पुलिया निर्माण, बोमड़ापारा से मुसापारा सड़क पर 3 मीटर आरसीसी स्लेब कलवर्ट का निर्माण किया गया है। जिससे स्थानीय ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा मिल रही है।
सड़क निर्माण होने के फलस्वरूप आजादी के पश्चात वर्ष 2023 में पहली बार चांदामेटा में विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों ने उत्साह के साथ मतदान किया। पूर्व में सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों को मतदान करने, खाद्यान्न लेने सहित शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा हेतु 8 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता था। अब सड़क निर्माण होने से ग्रामीणों को सभी सुविधाओं के लिए सहूलियत हो रही है।
कोलेंग से छिन्दगुर नाला एवं छिन्दगुर नाला से चांदामेटा सड़क को नक्सली प्रभावित क्षेत्र होने पर भी कार्य को गुणवत्ता सहित पूर्ण किया गया है। कोलेंग से मार्ग अत्यंत सवेदनशील क्षेत्र से गुजरती है, जो इस अंदरूनी ईलाके के लोगों के लिए जीवन रेखा साबित हो रही है। यह सड़क वर्ष 2021-22 में विशेष केंद्रीय सहायता मद में जीएसबी लेवल तक कार्य स्वीकृत हुआ था। उक्त कार्य पूर्ण होने के पश्चात् वर्ष 2022-23 में डीएमएफटी से डामरीकरण कार्य एवं 24 मीटर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया गया है। सड़क एवं पुल-पुलिया निर्माण कार्य सुरक्षा बल की उपस्थिति में निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया गया। निर्माण कार्य के दौरान कई बार नक्सली घटनाएं हुई, किन्तु बिना किसी जनहानि के उक्त कार्य को पूर्ण किया गया। वर्तमान में वांदामेटा ग्राम में प्राथमिक शाला एवं आंगनबाड़ी का संचालन किया जा रहा है। सड़क निर्माण के पश्चात् ग्रामीणों को बिजली एवं पानी की सुविधा मिली है।