केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू आज जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पंजाब के वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और वहां के विकास कार्यों के मॉडल को समझने का प्रयास किया। इसके साथ ही, बिट्टू ने एएन गुजराल सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालंधर और नारी निकेतन के एक कार्यक्रम में भी शिरकत की। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने आम आदमी पार्टी के मंत्री मोहिंदर भगत से भी मुलाकात की और उनके साथ फोटो खिंचवाई।
बिट्टू ने समारोह में हिस्सा लेते हुए कहा, “मुझे इस अवसर पर भाग लेकर बेहद खुशी हो रही है। समाज के सभी वर्गों को शिक्षा का अधिकार होना चाहिए, और यह एक सेवा है जो स्कूल के ट्रस्टियों द्वारा वंचित बच्चों के लिए की जा रही है।” उन्होंने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार ने हजारों करोड़ रुपए का दुरुपयोग किया है। बिट्टू का यह भी मानना है कि राज्य के अधिकारी किसानों को परेशान करने में संलग्न हैं और ऐसे लोगों की जांच होनी चाहिए जो इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं।
बिट्टू ने स्पष्ट किया, “जिन्होंने पैसे खा लिए हैं, उनकी जांच होगी। हम सिर्फ विकास की बात कर रहे हैं। भाजपा को पंजाब में लाओ और देखो, फिर कोई कैसे पैसे खाता है।” उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ भी टिप्पणी की और कहा कि जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा लोकसभा में कांग्रेस नेताओं से मिलने गए, तो कांग्रेस ने अपने पद वापस ले लिए। भाजपा मंत्री ने जोर देकर कहा कि किसान मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इंडिया अलायंस सदन को चलने नहीं देता, जिससे लोकतंत्र की भावना को चोट पहुंच रही है।
राजनीतिक स्थिति और कृषि समस्याओं पर बातें करते हुए, बिट्टू ने यह भी कहा कि किसानों के प्रति अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और उनकी आवाज को हर संभव मंच पर उठाया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने प्रदेश में भाजपा की मजबूत उपस्थिति की आवश्यकता को भी उजागर किया, ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके और विकास की गति को तेज किया जा सके।
बिट्टू के इस दौरे और उनके द्वारा किए गए बयानों से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश की राजनीति में भाजपा एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभरने का प्रयास कर रही है। भाजपा की रणनीति है कि वह अपने मुद्दों को मजबूती से उठाए और जनता में अपनी विश्वसनीयता को फिर से स्थापित करे। जालंधर का यह दौरा उसी दिशा में एक कदम है, जिसमें उन्होंने शिक्षा, कृषि और भ्रष्टाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी है।