**जालंधर में गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर विशेष कथा दरबार की आयोजन**
जालंधर के गुरुद्वारा छठी पातशाही, बस्ती शेख में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर एक विशेष कथा दरबार का आयोजन किया जा रहा है। यह कथा दरबार 6 जनवरी तक चलेगा और इसमें संगत को गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। गुरुद्वारा साहिब के प्रधान बेअंत सिंह सरहद्दी ने जानकारी दी कि इस कथा में भाई कुलविंदर सिंह भोगपुर वाले अपनी ज्ञानवर्धक बातों के माध्यम से सिख धर्म के अनुयायियों को प्रेरित कर रहे हैं।
कथा दरबार के दौरान ज्ञानी कुलविंदर सिंह ने संगत को संबोधित करते हुए गुरु गोबिंद सिंह जी की अदम्य साहस और बलिदान की कहानियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार गुरु जी ने अपने चार साहबजादों और माता जी को धर्म की रक्षा के लिए बलिदान कर दिया। उनका कहना था कि ऐसे बलिदान में छिपा साहस और धैर्य सिख कौम को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। इस प्रकार गुरु गोबिंद सिंह जी का जीवन और अंतर्दृष्टि सिखों के लिए एक अमिट उदाहरण है, जिससे वे हमेशा सीखते रहेंगे।
कथा दरबार में विभिन्न समुदाय के लोगों ने भाग लिया। समागम के दौरान, थानेदार गुरमीत सिंह और सुखबीर सिंह को गुरुद्वारा साहिब की सेवा और समुदाय के प्रति उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। उनके इस कार्य के लिए उन्हें पूरे समुदाय ने सराहा, जो कि धार्मिक एकता और सामाजिक सहयोग का प्रतीक है।
इस कार्यक्रम में कार्यकारी प्रधान गुरुकृपाल सिंह, दविंदर सिंह रहेजा, बलविंदर सिंह हेयर, गुरमीत सिंह, गुरजीत सिंह पोपली, अमरीक सिंह, इंद्रपाल सिंह, जगजीत सिंह और अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। यह सभी लोग मिलकर गुरुद्वारा साहिब की सेवाओं में योगदान दे रहे हैं, जो कि सिख समुदाय की एकजुटता की एक और मिसाल है। इस आयोजन ने स्थानीय लोगों को न केवल धार्मिक शिक्षा दी, बल्कि समुदाय के विकास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर प्रदान किया।
उम्मीद है कि यह कथा दरबार न केवल संगत को भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ाएगा, बल्कि गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाओं का पालन करने और समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने का कार्य भी करेगा। इस प्रकार के आयोजनों की मदद से सिख समुदाय में धार्मिक जागरूकता और सामाजिक सेवा की भावना को और अधिक उजागर किया जा सकता है।