दिल्ली में हाल ही में आयोजित नेशनल ताईक्वांडो चैंपियनशिप में मोगा के एक युवा खिलाड़ी ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है। मात्र साढ़े चार साल के समर सिंह ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अपनी कुशलता साबित करते हुए दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया। समर की इस जीत के साथ-साथ अन्य आठ बच्चों ने भी मेडल जीतकर मोगा का नाम रोशन किया है, जिसके चलते इन बच्चों का भव्य स्वागत किया गया।
यह चैंपियनशिप 27 से 29 दिसंबर के बीच नई दिल्ली में सुख फाउंडेशन द्वारा आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में मोगा के जसकरण सिंह, समर छाबड़ा, बेअंत सिंह, रणदीप सिंह, गुरदुला सिंह, गुरलाब सिंह, समर सिंह, हर्ष और अर्शप्रीत जैसे बच्चों ने हिस्सा लिया। निर्माता और समाज सेविका भावना बंसल ने बताया कि इस चैंपियनशिप में देशभर के लगभग एक हजार खिलाड़ियों ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता बच्चों के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुई, जहां उन्होंने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
समर सिंह की सुनहरी जीत के बारे में चर्चा करते हुए भावना बंसल ने कहा कि उसने अपनी मेहनत और लगन के बल पर न केवल गोल्ड मेडल हासिल किया, बल्कि अपने करियर की एक नई शुरुआत की है। उन्होंने कहा, “समर ने अपने संघर्ष और लगन से साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या होती है।” इसके अलावा, मोगा के अन्य खिलाड़ियों ने भी इस प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दो गोल्ड, पांच सिल्वर और दो कांस्य पदक हासिल किए हैं।
मोगा के बच्चों की इस उपलब्धि ने स्थानीय समुदाय में ख़ुशी का माहौल बना दिया है। सभी बच्चों ने अपने परिवार का नाम रोशन किया है और यह साबित किया है कि छोटे बच्चों में भी बड़ी संभावनाएं होती हैं। इस सफलता के प्रति क्षेत्र के लोगों ने गर्व महसूस किया है और बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए उन्हें विशेष सम्मान दिया गया।
इस चैंपियनशिप के आयोजन से यह भी स्पष्ट होता है कि भारतीय ताईक्वांडो खेल तेजी से विकसित हो रहा है और भविष्य में इस खेल में और भी नई प्रतिभाएं सामने आएंगी। मोगा जैसे छोटे शहरों में भी खिलाड़ियों की प्रतिभा को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। भावना बंसल सहित सभी कोच और अभिभावक इस बात पर जोर दे रहे हैं कि यदि छोटे बच्चों को सही दिशा में प्रशिक्षण दिया जाए तो वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल को साबित कर सकते हैं।