अमृतसर में 14 करोड़ की हेरोइन संग तस्कर गिरफ्तार: तरनतारन कत्ल मामला भी जुड़ा!

पंजाब के अमृतसर में कमिश्नरेट पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है, जिसमें सीआईए स्टाफ-1 ने एक अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। इस आपरेशन के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से 2 किलो 124 ग्राम हेरोइन और एक मोटरसाइकिल बरामद की। पुलिस अब गिरफ्तार किए गए आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है, ताकि नशे के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के अनुसार, गिरफ्तार आरोपित की पहचान मनतेज सिंह के रूप में हुई है, जोकि 27 वर्षीय युवक है और तरनतारन जिले के पिंड बुरज का निवासी है।

विशेष अभियान के तहत, डीसीपी हरप्रीत सिंह मंडेर, एडीसीपी नवजोत सिंह, और एसीपी डिटेक्टिव हरमिंदर सिंह के निर्देशन में सीआईए स्टाफ-1 के इंचार्ज इंस्पेक्टर अमोलकदीप सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर घनूपुर काले के टर्न पर छापा मारा। इस कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए तस्कर के पास से जब्त किया गया हेरोइन अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 14 करोड़ रुपए की है। यह एक गंभीर अपराध है और इसके पीछे का नेटवर्क जानने की कोशिश पुलिस कर रही है।

इस गिरफ्तारी के साथ ही यह भी सामने आया है कि मनतेज सिंह पहले से ही एक हत्या के मामले में नामजद है। उसके खिलाफ तरनतारन के थाना सराए अमानत खां में एक एफआईआर दर्ज है, जिसमें उसे एक प्रिंसिपल सिंह उर्फ प्रिंस की हत्या का आरोपी बताया गया है। यह हत्या एक बेहद क्रूर तरीके से की गई थी, जिसमें आरोपी ने पहले मृतक का पैर का अंगूठा निकालकर उसे घर भेजा और फिर अगले दिन उसे बुलाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद मृतक की लाश तीन दिन बाद मिली थी, जो कि उसके पुराने घर में पंखे से लटकी हुई थी।

पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने कहा कि अब पुलिस की प्राथमिकता मनतेज के सभी संपर्कों की जानकारी जुटाना है, जिसमें सप्लायर, डीलर, और खरीदार शामिल हैं। यह जानकारी न केवल अमृतसर बल्कि पूरे क्षेत्र में नशे की समस्या को रोकने में मददगार साबित होगी। इसके साथ ही पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने अब तक कितनी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी की है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना छेहर्टा में मामला दर्ज किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।

इस गिरफ्तारी ने पंजाब में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों को एक नई गति दी है, जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि पुलिस आगे भी इसी प्रकार की सफलताएँ प्राप्त करेगी और नशे के कारोबार में शामिल तत्वों को पकड़ने में अपनी क्षमता को बढ़ाएगी।