मोगा जिले में पुलिस ने दो संदेहास्पद तस्करों को 2 किलोग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एक खुफिया सूचना के आधार पर की गई, जिसमें अजीतवाल पुलिस ने मेन जीटी रोड पर नाकाबंदी की। नाकेबंदी के दौरान पुलिस ने नथूवाला जदीद रोड पर एक बाइक को रोका और उसकी तलाशी ली, जिसके परिणामस्वरूप यह बड़ी कार्रवाई संपन्न हुई।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान तरनतारन जिले के गुरदेव सिंह और फरीदकोट जिले के जरनैल सिंह के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक डी बालकृष्ण सिंगला ने इस मामले की जानकारी दी और बताया कि आरोपियों के खिलाफ थाना अजीतवाल में एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तार तस्करों से बरामद की गई अफीम और उनकी बाइक को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों से रिमांड पर पूछताछ की जाएगी, ताकि नशा तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य में चल रहे नशा तस्करी के खिलाफ उनकी लगातार मुहिम का एक हिस्सा है। इस तरह के घटनाक्रम न सिर्फ स्थानीय समाज को प्रभावित करते हैं, बल्कि यह पूरे राज्य की सुरक्षा और शांति के लिए भी खतरा बनते हैं।
यह घटना यह दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन नशे की अवैध तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। नशा तस्करों के खिलाफ की जा रही यह कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था को बनाए रखने में सहायक होती है, बल्कि इससे सामुदायिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे तस्करों का पीछा करके पुलिस यह सुनिश्चित करना चाहती है कि युवा पीढ़ी सुरक्षित रहे और नशीले पदार्थों के दुष्प्रभाव से बच सके।
इस गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस की नाकेबंदी और गुप्त सूचनाओं पर आधारित कार्रवाई किस प्रकार प्रभावी हो सकती है। ऐसे सख्त कदम उठाने से अपराधियों में डर का संचार होगा और अवैध गतिविधियों में कमी आएगी। पुलिस का यह प्रयास निश्चित रूप से समाज में एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण बनाने में योगदान करेगा।