यूसीसी में लिव-इन प्रावधान के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, महिला अध्यक्ष घायल

यूसीसी में लिव-इन प्रावधान के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, महिला अध्यक्ष घायल

देहरादून, 20 फ़रवरी (हि.स.)। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) में लिव-इन-रिलेशन के प्रावधान को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी और महिला कांग्रेस ने संयुक्त रूप से विधानसभा कूच किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई। पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास कर रहे कार्यकर्ताओं को रोका गया, जिससे तनाव बढ़ गया। इस दौरान भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार रोड स्थित होटल हिम पैलेस के निकट एकत्र होकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा व महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के संयुक्त के नेतृत्व में हाथों में तख्तियां लेकर राज्य सरकार के यूसीसी में लिव-इन-रिलेशन के प्रावधान, बिजली के प्रीपेड मीटर समेत अन्य मुद्दों को लेकर खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधानसभा भवन की ओर कूच किया। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका। काफी देर तक धक्का-मुक्की और नोकझोंक के बाद कांग्रेस बैरिकेडिंग पर ही धरने पर बैठ गए।

इस दौरान हुई सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यूसीसी में लिव इन रिलेशन प्रावधान देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ है, इसमें जिस प्रकार की धाराएं हैं, उसका कांग्रेस विरोध करती है। उन्होंने कहा कि एक ओर भाजपा सरकार राज्य में पलायन रोकने में असफल रही है, वहीं राज्य सरकार ने यूसीसी के माध्यम से बाहरी लोगों को एक साल के रहवास पर उत्तराखण्ड राज्य का निवासी बनाने का षड्यंत्र किया है। करन माहरा ने कहा कि सरकार केवल अपने सहयोगी व्यावसायियों को फायदा पहुंचाने के लिए पूरे प्रदेश में जनता पर जबरन बिजली के प्री-पेड मीटर थोप रही है। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी।

प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि यूसीसी केन्द्र का मामला होने के बावजूद भाजपा की धामी सरकार जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि बेटी-बचाओ-बेटी पढाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में सबसे अधिक त्रस्त प्रदेश की महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि लिव-इन-रिलेशन प्रावधान के कारण बेटियों का जीवन पूरी तरह असुरक्षित हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर सदन तक इस प्रावधान का विरोध करती है तथा मांग करती है कि राज्य सरकार राज्य में लागू यूसीसी पर तुरंत रोक लगाये।

प्रदर्शन में पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, शूरवीर सजवाण, प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप, मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि, महामंत्री राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, ललित फर्स्वाण, राजपाल बिष्ट, जयेन्द्र रमोला, विरेन्द्र पोखरियाल, याकूब सिद्धिकी, गोदावरी थापली, पूरन रावत, विधायक रवि बहादुर, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट, सुजाता पॉल, डॉ प्रतिमा सिंह, गिरिराज हिंदवान, गरिमा दसौनी, मानवेन्द्र सिंह, महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी, मोहित उनियाल, अमन गर्ग, राजेन्द्र चौधरी आदि शामिल रहे।

कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष हुई चोटिल

बैरिकेडिंग पर नोकझोंक के दौरान कांग्रेस की प्रदेश महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला चोटिल हो गईं। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की के दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिस की महिला कर्मी उनके ऊपर गिर गई। इस दौरान उनके पेट में चोट आई। उन्हें उपचार के लिए सीएमआई अस्पताल भर्ती किया गया है। जहां डॉक्टर उनकी हालत खतरे से बाहर बता रहे हैं। ज्योति रौतेला को उपचार के लिए पहले दून चिकित्सालय ले जाया गया लेकिन वहां से कांग्रेस की महिला नेत्रियों ने उन्हें सीएमआई भर्ती कर दिया। दून में इलाज न करवाने की वजह वहां पसरी गंदगी बताई गई। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह पर आरोप लगाए कि स्वास्थ्य मंत्री बाते तो बड़ी-बड़ी करते हैं लेकिन असल में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बे पटरी है।