पंजाब के मानसा जिले में विगत रात को एक विवादास्पद घटना घटी, जब दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला के करीबी मित्र प्रगट सिंह के निवास पर दो अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग की। घटनास्थल पर पड़ोसी के घर के सीसीटीवी कैमरों में बदमाशों की गतिविधियां कैद हुईं। हालांकि, रात के समय और धुंध के कारण उनकी पहचान नहीं हो सकी। प्रगट सिंह के घर के गेट पर गोलियों के छिद्र का भी पता चला है, जिसके बाद पुलिस ने इस प्रकरण की गहनता से जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि प्रगट सिंह को हाल ही में फिरौती के लिए धमकियां मिल रहीं थीं। उसे 30 लाख रुपये की मांग की गई थी और यह चेतावनी भी दी गई थी कि भुगतान न करने पर उसे जान से मार दिया जाएगा। इस धमकी का नाम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह के संदर्भ में लिया गया था, जिससे प्रगट सिंह को 10 दिन पहले एक विशेष संदेश भी प्राप्त हुआ था।
इस संदेश में प्रगट सिंह को गंभीर रूप से चेतावनी दी गई थी कि वह तत्काल एक गनमैन की व्यवस्था करें और अपनी कार को बुलेटप्रूफ करवाएं। यह संदेश एक यूनाइटेड किंगडम के नंबर से भेजा गया था, जिसमें उसे परिवार की सुरक्षा को लेकर औपचारिक चेतावनी दी गई थी। प्रगट ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी थी, लेकिन प्रारंभिक जांच में कुछ ठोस कार्रवाई होती दिखाई नहीं दी।
फायरिंग की घटना रविवार रात करीब 11 बजे हुई, जब दो युवक बाइक पर आकर प्रगट सिंह के घर के बाहर गोलियां चलाकर तुरंत भाग निकले। सीसीटीवी फुटेज में दोनों व्यक्तियों की गतिविधियों को देखा जा सका है, लेकिन स्पष्ट पहचान नहीं हो पाई। पुलिस अब आसपास के लोगों से इन हमलावरों के बारे में पूछताछ कर रही है।
प्रगट सिंह पेशे से एक ट्रांसपोर्टर हैं और उन्होंने सिद्धू मूसेवाला के साथ कुछ गानों में सहयोग किया था। पिछले साल, 29 मई 2022 को मूसेवाला की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसका संबंध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से था। सिद्धू की हत्या ने ज़िले में एक बार फिर से गैंगस्टर गतिविधियों को उजागर कर दिया है, जिससे अब लोग और भी अधिक चिंतित हैं। पुलिस इस गंभीर मामले को लेकर गहनता से जांच कर रही है, लेकिन अभी तक जांच के परिणामों के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
इस तरह की घटनाएं न केवल म्यूजिक इंडस्ट्री को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में सुरक्षा की भावना पर भी प्रश्न उठाती हैं। प्रगट सिंह जैसी हस्तियों को इस तरह की धमकियों का सामना करना पड़ना न केवल दुःखद है, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।