चार साल पुराने मामले में पंजाब की विधायक पर केस, कोर्ट में आरोप तय!

पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक और पूर्व मंत्री अनमोल गगन मान सहित तीन अन्य नेताओं की कानूनी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। चंडीगढ़ की जिला कोर्ट में इन नेताओं के खिलाफ पुलिस से झड़प और सरकारी कार्यों में बाधा डालने के मामले में मुकदमा दायर किया जाएगा। जिन अन्य नेताओं को इसमें आरोपी बनाया गया है, उनमें पार्टी के चंडीगढ़ इकाई के सह प्रभारी डॉ. सन्नी आहलुवालिया, राजविंदर कौर गिल और अर्शदीप सिंह शामिल हैं। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 188, 323, 332 और 353 के तहत मामले चलने वाले हैं। आरोप तय करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है और इस मामले की अगली सुनवाई चार फरवरी को निर्धारित की गई है।

यह मामला चार साल पुराना है, जिसमें आरोप है कि 4 अगस्त 2021 को AAP के नेता सेक्टर-37 स्थित भाजपा कार्यालय का घेराव करने की कोशिश कर रहे थे। चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोका था और उन्हें समझाने की कोशिश की थी। इस दौरान इन नेताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें कई पुलिस कर्मचारी घायल हो गए थे। बाद में सभी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

हाल ही में अनमोल गगन मान समेत चार मंत्रियों को पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल से छुट्टी मिली थी। अनमोल गगन मान पूर्व में पार्टी की प्रमुख नेता और पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के निकट संबंध रखती हैं। उल्लेखनीय है कि वह पार्टी के लिए गानें भी गा चुकी हैं, जो उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। अरविंद केजरीवाल ने उनके लिए चुनाव प्रचार करने के लिए खुद खरड़ का दौरा किया था, और उन्हें पहली बार चुनाव जीतने के बाद मंत्री बना दिया गया था।

इन घटनाक्रमों से साफ है कि राजनीतिक दलों के भीतर से उठने वाले मुद्दे और विवाद केवल कानून तक सीमित नहीं रहते, बल्कि यह राजनीति में अधिकारों और जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठाते हैं। अनमोल गगन मान और उनके साथियों का मामला इस बात का उदाहरण है कि किस तरह राजनीतिक गतिविधियों के दौरान कानून का उल्लंघन किया जा सकता है और इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं। अब देखना यह है कि अदालत इस मामले में क्या निर्णय देती है और क्या यह आरोप पार्टी के भविष्य पर प्रभाव डालेगा।

इस विवाद के चलते आम आदमी पार्टी को अपने आंतरिक मामलों को संभालने में कठिनाई हो सकती है, खासकर जब पार्टी की कार्यशैली और नीति पर सवाल उठते हैं। राजनीतिक हलचलों के इस दौर में अनमोल गगन मान और उनके सहयोगियों को अपनी स्थिति को सुधारने और जनता का विश्वास जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। इस प्रकार के विवाद न केवल नेताओं के लिए चुनौती हो सकते हैं, बल्कि यह उनकी पार्टी की छवि और राजनीतिक भविष्य को भी प्रभावित कर सकते हैं।