3 गिरफ्तार, 5 पिस्तौल बरामद! पहले से 13 मामलों में नाम!

**अवैध हथियारों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, तीन आरोपी गिरफ्तार**

अमृतसर, भास्कर न्यूज: अमृतसर सीआईए स्टाफ-1 की एक विशेष टीम ने अवैध हथियारों के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 5 पिस्तौल भी बरामद की गई हैं। पकड़े गए आरोपी मध्य प्रदेश से हथियार लाकर अमृतसर और तरनतारन क्षेत्र के अपराधियों को सप्लाई करते थे। इन आरोपियों के खिलाफ पहले से ही विभिन्न थानों में 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मानक सिंह उर्फ सनी, भुपिंदर सिंह (शरीफपुरा निवासी) और पवन कुमार (चमरंग रोड निवासी) के रूप में हुई है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि यह सफलता सीआईए स्टाफ-1 के इंचार्ज अमोलकदीप सिंह की अगुवाई में आई। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर इस गिरोह के सदस्यों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पुलिस ने अपना अभियान कोट मित सिंह फ्लैट्स के पास से प्रारम्भ किया, जहां पहले दो आरोपियों, मानक और भुपिंदर को हिरासत में लिया गया। उनकी तलाशी के दौरान दो पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ के आधार पर तीसरे आरोपी पवन को भी गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से दो पिस्तौल और एक कट्टा मिला। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि वे मध्य प्रदेश से अवैध हथियार लाकर स्थानीय अपराधियों को सप्लाई कर रहे थे।

इस मामले में जमानत से पहले आरोपियों के खिलाफ थाना सुल्तानविंड में उचित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार, मानक के खिलाफ आर्म्स एक्ट के चार मामले, भुपिंदर पर हत्या, आर्म्स एवं एनडीपीएस एक्ट के छह मामले और पवन पर असलहा एक्ट के तीन मामले पहले से दर्ज हैं। इन आपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस ने कठोर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इस कार्रवाई के पीछे पुलिस की सजगता और समर्पण की स्पष्ट तस्वीर उभरकर सामने आई है। पंजाब में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए इस तरह की गतिविधियों की निरंतरता जरूरी है। पुलिस विभाग का यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और आम जनता में विश्वास जगाने का कार्य करेगा। मामले की गहराई से जांच जारी है और पुलिस इन आरोपियों के साथ जुड़े अन्य लोगों की पहचान करने के प्रयास में लगी हुई है।

आवश्यकता है कि सामुदायिक सहयोग से इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जाए, ताकि समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहे। पुलिस विभाग ने जनता से अपील की है कि वे इस प्रकार की गतिविधियों के बारे में किसी भी जानकारी को तत्काल पुलिस के साथ साझा करें।